सिरसा: सिरसा जिला में घग्गर नदी का कहर जारी है। घग्गर में जलस्तर बढ़ने के चलते 11 गांवों की 7 हजार एकड़ फसल डूबी गई है। अब गांव पनिहारी, बुर्जकर्मगढ़, फरवाईं खुर्द, फरवाईं कलां, नेजाडेला कलां, अहमदपुर, ढाणी सुखचैन, केलनियां, झोरडऩाली, मल्लेवाला, सहारनी व नेजाडेला खुर्द के कैचमेंट एरिया में पडऩे वाली करीब 7 हजार एकड़ फसल डूब गई है। गनीमत यह है कि सरदूलगढ़ में शनिवार की तुलना में रविवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं गांव फरवाईं खुर्द में अनेक किसानों की फसल डूब गई है।गौरतलब है डूबी हुई फसल में ज्यादातर छोटी जोत के जमींदार हैं।दरअसल सिरसा जिला में मानसून में यह नदी कई बार अपना रौद्र रूप दिखा चुकी है। घग्गर पर किए गए एक अध्ययन के मुताबिक नदी में कमजोर जल प्रबंधन और सिंचाई की व्यव्स्था के कारण बाढ़ की हर साल संभावनाएं रहती है।हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में नदी का कुल 49978 वर्ग किलोमीटर कैचमैंट एरिया है। घग्घर एक नदी न होकर एक बरसाती नाला है और इस नदी में पहाड़ों पर होने वाली बरसात के अलावा मारकंडा एवं टांगरी नदियां इस बरसाती नाले को उफान पर ला देते हैं, जिससे बाढ़ की संभावन बन जाती है। भाखड़ा डैम, पोंग डैम का पानी घग्घर में कभी भी तबाही नहीं लाता है और न ही यमुना नदी का पानी इसमें छोड़ा जा सकता है।

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