आज नवरात्रि के पांचवें दिन है. नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है. नवरात्रि के इन 9 दिनों में जो पूरे श्रद्धाभाव से मां के नौ रूपों की पूजा-अराधना करता है, उसे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. नवरात्रि के पांचवे दिन की अधिष्ठात्री देवी हैं. स्कंदमाता को खीर बहुत प्रिय हैं, आप मां को खीर का भोग भी लगा सकते हैं. पंचांग के अनुसार, मां स्कंदमाता की पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 10 बजकर 50 मिनट तक है. सनातन धर्म में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य करने से पहले तिथि, नक्षत्र, करण, योग आदि का उपयोग होता है. आइए जानते हैं आज 13 अप्रैल 2024 दिन शनिवार का पंचांग क्या कहता है.

13 अप्रैल शनिवार 2024
चैत्र शुक्ल पक्ष पंचमी दिन -03:55 उपरांत षष्ठी
श्री शुभ संवत-2081,शाके-1946,
हिजरी सन-1445-46
सूर्योदय-05:28
सूर्यास्त-06:11
सूर्योदय कालीन नक्षत्र- मृगशिरा उपरांत आद्रा ,
योग – सौभाग्य ,करण-कौ ,
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार-सूर्य- मीन , चंद्रमा-वृष , मंगल-कुम्भ , बुध- मेष , गुरु-मेष ,शुक्र-
मीन ,शनि-कुम्भ ,राहु-मीन , केतु-कन्याचौघड़िया शनिवार
प्रात: 06:00 से 07:30 तक काल
प्रातः 07:30 से 09:00 तक शुभ
प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक रोग
प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक उद्वेग
दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक चर
दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक लाभ
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक अमृत
शामः 04:30 से 06:00 तक कालचौघड़िया शनिवार
प्रात: 06:00 से 07:30 तक काल
प्रातः 07:30 से 09:00 तक शुभ
प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक रोग
प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक उद्वेग
दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक चर
दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक लाभ
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक अमृत
शामः 04:30 से 06:00 तक कालउपाय
हनुमान चालीसा का पाठ करें और गुड़ आदि का दान करें।
आराधनाः ॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ।।
खरीदारी के लिए शुभ समयः
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक
राहु काल: प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशाशूल-नैऋत्य एवं पूर्व दिशा
।।अथ राशि फलम्।।

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