चंडीगढ़, 26 फरवरी ( ): बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह गरेवाल ने 1984 में हुए सिख नस्लकुशी के आरोपीयों में से एक सज्जन कुमार को माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरोपी करार देकर उम्रकैद की सजा देने संबंधी सवाल का जवाब देते हुए कहा कि
प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के नेतृत्व में केंद्र की बीजेपी सरकार ने न्यायालय के द्वारा पीड़ितों को इंसाफ दिलवाने का कार्य किया है। जबकि कांग्रेस के शासन में जब देश का प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति सिख भी रहा, तब भी इन आरोपियों को जहां सजा से बचाया जाता रहा, वहीं उच्च पदों से भी नवाजा गया। जबकि मोदी सरकार ने पीड़ितों का दर्द समझते हुए उन्हें इंसाफ दिलाने का बीड़ा उठाया।

हरजीत सिंह गरेवाल ने कहा कि सज्जन कुमार 1984 सिख नस्लकुशी के आरोपियों में एक तथा प्रमुख हैं, अदालत ने उन्हें सजा देकर सिख नस्लकुशी के शिकार पीड़ितों में इंसाफ की उम्मीद प्रज्वलित कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने सिख नस्लकुशी पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस द्वारा बंद कर दिया गए मामलों को माननीय सर्वोच्च न्यायालय में फिर से खुलवाया और माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस पर सुनवाई करते हुए सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है, जिससे पीड़ितों के दिलों में ठंडक की लहर दौड़ गई है और उनके दिलों में बुझी इंसाफ की उम्मीद फिर से जाग गई है।

गरेवाल ने कहा कि कांग्रेस ने करीब 30 वर्षों तक 1984 सिख नस्लकुशी के आरोपीयों पर मामले दर्ज नहीं होने दिए और आरोपियों को मंत्री पदों सहित कई अन्य सम्मान देकर नवाजा। जिसके चलते सिखों में इंसाफ ना मिलने के चलते भारी मायूसी तथा आक्रोश की लहर थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने 2014 में सत्ता संभालते ही इन बंद किए गए मामलों को फिर से खुलवाया और माननीय सर्वोच्च न्यायालय के माध्यम से सुनवाई शुरू करवा कर आरोपियों को सजा दिलवाने का प्रयास शुरू किया, जिसमें मुख्य आरोपी सज्जन कुमार को माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उन्होंने इसके लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय, प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी तथा केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि न्यायालय के इस फैसले से पीड़ितों के दिलों को ठंडक पहुंची है और उनका देश के सविधान और न्यायालय के इंसाफ पर विश्वास मजबूत हुआ है।

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