
दिल्ली: भारत की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने अपने घाटे को कम करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी 1000 से अधिक कर्मचारियों और अनुबंधित श्रमिकों की छंटनी करने की योजना बना रही है। यह कदम मुख्य रूप से कंपनी की लागत घटाने और कारोबार को स्थिर करने के लिए लिया गया है। छंटनी का असर मुख्य रूप से खरीद, ग्राहक सेवा, आपूर्ति और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विभागों पर होगा, क्योंकि कंपनी लगातार घाटे का सामना कर रही है।अगर हम अगस्त 2023 से अब तक की बात करें तो ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 60 फीसदी तक की गिरावट आई है। इसके साथ ही कंपनी को ग्राहकों से लगातार शिकायतें और सोशल मीडिया पर तीखे रिएक्शंस का सामना भी करना पड़ रहा है। इसके अलावा ओला की बाजार हिस्सेदारी भी घट गई है। हालांकि कंपनी ने फरवरी 2024 में 25,000 से ज्यादा स्कूटर बेचने की घोषणा की थी, लेकिन फिर भी उसकी बाजार हिस्सेदारी सिर्फ 28 फीसदी रही, जो कि उसके 50,000 स्कूटर बेचने के लक्ष्य से काफी कम है। इसके अलावा कंपनी ने निवेशकों को यह भी चेतावनी दी है कि भविष्य में पंजीकरण में गिरावट हो सकती है ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि वह लागत को कम करने और अपने ऑपरेशनल प्रोसेस को बेहतर बनाने के लिए प्रमुख सप्लायर्स के साथ बातचीत कर रही है। इसके साथ ही कंपनी ने पिछले साल नवंबर में 500 कर्मचारियों की छंटनी की थी और मार्च 2024 में भी 4000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। अब कंपनी फिर से कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। इसके बाद कंपनी के कुल कर्मचारियों में से लगभग 25 फीसदी से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया जाएगा।