
एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर, जो NAAC द्वारा A+ ग्रेड से मान्यता प्राप्त एक प्रमुख संस्थान है, ने हाल ही में अपनी 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए कौशल संवर्द्धन कक्षाएं शुरू की हैं। युवाओं की उर्जा को सही दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से इस पहल में 15 विविध पाठ्यक्रम निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं, जो छात्रों को अपने कौशल को उन्नत करने और विभिन्न क्षेत्रों का पता लगाने का सुनहरा अवसर प्रदान करते हैं।
प्रस्तावित पाठ्यक्रमों में शामिल हैं:
संचारी अंग्रेजी और सॉफ्ट स्किल्स, बेकार सामग्री से घर की सजावट, अपने खाना पकाने के कौशल को निखारना, आधुनिक मीडिया एंकरिंग और डिजिटल स्टोरीटेलिंग, डिजिटल मार्केटिंग अभियान, डिजिटल दुनिया में फोटोग्राफी, व्यावसायिक संचार, पश्चिमी और भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों में कौशल विकास, अपने खुद के कपड़े डिजाइन करना, सौंदर्य और त्वचा देखभाल समाधान, एक कलाकार की तरह स्केच और पेंट करना, अपने अंदर के गायक को पहचानना, सोशल मीडिया डिजाइनिंग, कत्थक और समकालीन नृत्य, और मिट्टी से खेलना।
ये कक्षाएं 28 अप्रैल से 16 मई, 2025 तक चलेंगी।
प्रत्येक 90 मिनट का सत्र छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों की बारीकियों से परिचित कराने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, जिससे उन्हें व्यावहारिक कौशल विकसित करने, रचनात्मकता को प्रज्वलित करने और आत्मविश्वास बनाने में मदद मिलती है। इन पाठ्यक्रमों को छात्रों को परीक्षा के बाद के समय का उत्पादक रूप से उपयोग करने, अपनी छिपी प्रतिभा को निखारने और नए करियर पथ तलाशने में मदद करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। ऐसे विविध विषयों के संपर्क में आने से उन्हें स्नातक पाठ्यक्रमों का चयन करते समय और अपने भविष्य के करियर को आकार देते समय निश्चित विकल्प बनाने में भी मदद मिलेगी।
इस पहल के बारे में बोलते हुए, प्रिंसिपल डॉ. नीरजा ढींगरा ने कहा,
“एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स में, हम मानते हैं कि शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तकों तक ही सीमित नहीं है। हमारी कौशल वृद्धि कक्षाओं का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाना, उनकी प्रतिभा को निखारना और उन्हें बड़े सपने देखने और उच्च उपलब्धि हासिल करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। प्रत्येक छात्र को सीखने, बढ़ने और अपने जुनून को खोजने का अवसर मिलना चाहिए।” डॉ. ढींगरा ने प्रभारी डॉ. सीमा शर्मा और मैडम रजनी गुप्ता के प्रयासों की भी तहे दिल से सराहना की तथा उनके समर्पण और सुनियोजित योजना की सराहना की, जिससे इन कक्षाओं का सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित हुआ।