
कन्या महा विद्यालय (स्वायत्त) के गृह विज्ञान और पोषण विभाग ने महिला स्वास्थ्य शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति अपनी निरंतर प्रतिबद्धता के तहत मासिक धर्म स्वच्छता और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज (पीसीओडी) पर एक अंतर्दृष्टिपूर्ण विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। सत्र की विशेषज्ञ वक्ता कमल अस्पताल, जालंधर की एक प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. निधि गर्ग थीं। इस व्याख्यान का उद्देश्य छात्रों को सीधे उद्योग जगत के पेशेवरों से जोड़कर अकादमिक शिक्षा और वास्तविक दुनिया की स्वास्थ्य सेवा पद्धतियों के बीच की खाई को पाटना था। डॉ. निधि गर्ग ने मासिक धर्म स्वास्थ्य का व्यापक अवलोकन प्रदान किया, जिसमें स्वच्छता और नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने युवा महिलाओं में पीसीओडी की बढ़ती घटनाओं पर भी चर्चा की, इसके कारणों, लक्षणों और इसकी रोकथाम और उपचार में पोषण, व्यायाम और तनाव प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका को समझाया। यह सत्र अत्यधिक इंटरैक्टिव था, जिसमें छात्रों ने सार्थक संवाद में भाग लिया और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्राप्त किया। प्राचार्या प्रो. (डॉ.) आतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि यह पहल शिक्षा के प्रति केएमवी के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें छात्रों को आवश्यक जीवन कौशल और स्वास्थ्य जागरूकता से लैस करना और उद्योग-अकादमिया सहयोग को बढ़ावा देना शामिल है। मैडम प्रिंसिपल ने विभाग द्वारा इस तरह के प्रासंगिक और प्रभावशाली कार्यक्रम के आयोजन के प्रयासों की सराहना की।