एचएमवी यूनियन द्वारा पिछले 11 दिनों से चल रहा विरोध-प्रदर्शन, धरना और भूख हड़ताल आज समाप्त हो गई। डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी नई दिल्ली की ओर से यह आश्वासन दिए जाने के बाद कि एचएमवी कॉलेज को स्टाफ की पूर्ण सहमति के बिना ऑटोनोमस (स्वायत्त) दर्जा नहीं दिया जाएगा, यूनियन ने अपना आंदोलन वापस ले लिया।

गौरतलब है कि 4 मई, रविवार को डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी की दिल्ली में बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें यह भरोसा दिलाया गया कि कॉलेज को तब तक ऑटोनोमस नहीं बनाया जाएगा जब तक समूचे स्टाफ की सहमति नहीं मिलती। एचएमवी कॉलेज के स्टाफ द्वारा पहले ही हस्ताक्षरित असहमति-पत्र मैनेजमेंट कमेटी को भेजा जा चुका है। यूनियन को पूर्ण विश्वास है कि यह विवादित मुद्दा दोबारा विचाराधीन नहीं आएगा।

आज यूनियन नेताओं ने एक बैठक में डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी नई दिल्ली का धन्यवाद करते हुए धरने की समाप्ति की घोषणा की। यूनियन की अध्यक्ष डॉ. आशमीन कौर (कन्वीनर, वीमेन विंग पंजाब, पीसीसीटीयू), सचिव डॉ. शालू बत्रा, उपाध्यक्ष डॉ. हरप्रीत सिंह, संयुक्त सचिव डॉ. सीमा खन्ना, वित्त सचिव डॉ. रविंदर मोहन जिंदल सहित सभी ने पंजाब-चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन, डीएवी कोऑर्डिनेशन कमेटी और एचएमवी यूनिट के सभी सदस्यों का इस आंदोलन को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाने के लिए आभार व्यक्त किया।

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