
पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) ने इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के सहयोग से 7 अप्रैल 2025 को “इनकम टैक्स पोर्टल नेविगेशन: एंपावरिंग लर्नर्स विद ई- फाइलिंग स्किल्स” शीर्षक से एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की। यह ज्ञानवर्धक सत्र छात्रों और संकाय सदस्यों को व्यावहारिक और सैद्धांतिक दोनों तरह का ज्ञान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिससे उन्हें ई-फाइलिंग की बारीकियों को समझने और आयकर पोर्टल को आसानी और आत्मविश्वास के साथ नेविगेट करने में मदद मिले।
कार्यशाला का संचालन कॉलेज की गौरवशाली पूर्व छात्रा और बी.कॉम, एफसीए, डीआईएसए (आईसीएआई) और सीसीए (आईसीएआई) सहित कई योग्यताओं वाली प्रतिष्ठित चार्टर्ड अकाउंटेंट सीए गुरप्रीत कौर ने किया। अपने विशाल अनुभव और व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ, उन्होंने आयकर पोर्टल का लाइव प्रदर्शन किया। उन्होंने विशेष रूप से व्यक्तिगत करदाताओं के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की पूरी प्रक्रिया के माध्यम से प्रतिभागियों का सावधानीपूर्वक मार्गदर्शन किया तथा स्पष्टता और सटीकता के साथ जटिल प्रक्रियाओं को सरल बनाया।
सत्र की शुरुआत आईक्यूएसी समन्वयक कैप्टन प्रिया महाजन के गर्मजोशी भरे स्वागत और संबोधन से हुई, जिन्होंने संसाधन व्यक्ति का परिचय कराया और उन्हें कॉलेज की एक ऑलराउंडर छात्रा के रूप में याद किया। कार्यशाला अत्यधिक संवादात्मक और आकर्षक रही, जिसमें संकाय सदस्यों ने उत्साहपूर्वक कई प्रश्न पूछे और प्रतिभागियों ने पूरे सत्र में सक्रिय रूप से उत्तर दिया। लाइव प्रदर्शन, वास्तविक समय के स्पष्टीकरण के साथ, शिक्षार्थियों को डिजिटल टैक्स फाइलिंग का व्यावहारिक अनुभव दिया, जिससे यह वास्तव में समृद्ध और व्यावहारिक सीखने का अवसर बन गया।
इस प्रकार की कार्यशालाएँ कक्षा में सीखने और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिससे छात्रों को उद्योग के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। प्रतिभागियों ने सत्र की सराहना करते हुए इसे अत्यधिक प्रासंगिक, लाभकारी और समय पर आयोजित किया गया सत्र बताया।
अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्माननीय सदस्य और प्राचार्य डॉ. पूजा पराशर ने इस तरह की सार्थक और कौशल-आधारित कार्यशाला के आयोजन में आईक्यूएसी और आईआईसी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल न केवल छात्रों को समकालीन ज्ञान से सशक्त बनाती है, बल्कि व्यक्तिगत वित्त और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को संभालने में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता भी पैदा करती है। उन्होंने कहा कि कॉलेज ऐसे माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है जो इस तरह के दूरदर्शी कार्यक्रमों के माध्यम से निरंतर सीखने, नवाचार और व्यावहारिक प्रदर्शन को प्रोत्साहित करता है।