
गुरुग्राम: पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और पाकिस्तान तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया। जिसके बाद गुरुग्राम को हाई अवर्ट पर रखा गया है। साथ ही 7 जुलाई तक कई चीजों का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध भी लगा दिया है।बता दें कि गुरुग्राम के अजय कुमार, डिप्टी कमिश्नर ने हाल ही में पहलगाम हमले और बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण सलाह जारी की है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत 9 मई से 7 जुलाई 2025 तक गुरुग्राम में कुछ वस्तुओं के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध रहेगा।बता दें कि यह कदम नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है। दहशत को रोकने और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसके अतिरिक्त, जिला गुरुग्राम में सभी साइबर कैफे, पीजी, गेस्ट हाउस, होटल, मकान मालिकों और कार्यालयों को निर्देश दिया गया है।
शुक्रवार 9 मई को विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। डीसी अजय कुमार ने बताया कि प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद सभी एसडीएम और बीडीपीओ कार्यालयों में 5 किलोमीटर रेंज वाले सायरन लगाने की पहल की है। इसके अलावा, जिले भर में अन्य सार्वजनिक स्थानों पर 1-2 किलोमीटर की रेंज वाले सायरन लगाए जाएंगे