
डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण में, स्नातकोत्तर भौतिक विभाग ने वैज्ञानिक अनुसंधान में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। डॉ. शिवानी ढल, सहायक प्रोफेसर, ने विश्व स्तर पर प्रशंसित सीआरसी प्रेस, टेलर एंड फ्रांसिस ग्रुप के साथ “सोलर सेल्स: डेवलपमेंट एंड फैब्रिकेशन” नामक एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुस्तक का संपादन और प्रकाशन किया है। पुस्तक के अध्यायों में डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर के तीन योगदानकर्ता डॉ. समित डॉ. शिवानी ढल (भौतिक विभाग) एवं डॉ. शिल्पा सेतिया, (रसायन विज्ञान) विभाग से हैं, जिन्होंने सौर सेल सामग्री और प्रदर्शन के भौतिक एवं रसायन विज्ञान में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की है। इस पुस्तक का विमोचन डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार, उप वरिष्ठ प्राचार्य एवं भौतिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कुॅंवर राजीव, डॉ. शरणजीत संधू और डॉ. नवजीत शर्मा की उपस्थिति में किया गया। उन्होंने भौतिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कुॅंवर राजीव को भी उनके सहयोग और प्रेरणा के लिए धन्यवाद दिया। इस पुस्तक में छह सुव्यवस्थित अध्याय हैं। यह फोटोवोल्टिक्स के लिए उन्नत सामग्री, सौर ऊर्जा अनुप्रयोगों में नैनोस्ट्रक्चर, उभरती हुई निर्माण विधियाँ, दक्षता अनुकूलन और भविष्य के रुझानों सहित प्रमुख विषयों को संबोधित करता है। सामग्री की अंतःविषय प्रकृति इसे स्थायी ऊर्जा समाधानों की दिशा में काम करने वाले अकादमिक और औद्योगिक शोधकर्ताओं के लिए एक मूल्यवान संदर्भ बनाती है। यह उच्च प्रभाव वाला प्रकाशन सौर सेल प्रौद्योगिकी पर अत्याधुनिक शोध को प्रदर्शित करता है, जो दुनिया भर के प्रमुख विशेषज्ञों को एक साथ लाता है। पुस्तक सामग्री विज्ञान, नैनो प्रौद्योगिकी और ऊर्जा इंजीनियरिंग में नवीनतम प्रगति पर गहराई से चर्चा करती है, जो अक्षय ऊर्जा के भविष्य के बारे में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। पुस्तक अब प्रमुख अकादमिक वितरकों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से उपलब्ध है। यह सौर प्रौद्योगिकियों में चल रहे अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण रूप से योगदान करने की उम्मीद है, खासकर ऐसे समय में जब स्वच्छ और कुशल ऊर्जा स्रोतों की मांग पहले से कहीं अधिक है।