
जालंधर, 28 जुलाई:
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डा. बलबीर सिंह ने शहीद बाबू लाभ सिंह सिविल अस्पताल, जालंधर में आई.सी.यू. में तीन मरीजों की मौत के मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए है। ऑक्सीजन की आपूर्ति में गड़बड़ी की रिपोर्टें मिलने के बाद मंत्री ने रविवार रात 12:55 बजे डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल के साथ अस्पताल का औचक दौरा किया।
मीडिया से बातचीत करते हुए डा. सिंह ने स्पष्ट किया कि तकनीकी खराबी के कारण ऑक्सीजन प्लांट में दबाव कम होने की समस्या आई, जिसे तुरंत बैकअप सिस्टम द्वारा बहाल कर लिया गया और प्लांट ऑपरेटर द्वारा पूरे सिस्टम को वैकल्पिक कंप्रेसर पर ट्रांसफर कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि इस मामले में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सीनियर अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर 48 घंटों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि पंजाब सरकार दुख की इस घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने बताया कि जिन मरीजों की मृत्यु हुई, वे पहले से ही गंभीर स्थिति में थे – एक मरीज के कई अंग पहले से ही काम नहीं कर रहे थे और दूसरा मरीज किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित था। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में स्टाफ की कोई कमी नहीं थी और मरीजों की देखभाल के लिए 46 इंटर्न, 14 हाउस सर्जन और डीएनबी विद्यार्थी तैनात किए गए थे।
इस मामले की जवाबदेही पर ज़ोर देते हुए मंत्री ने कहा कि यदि अस्पताल स्टाफ की कोई गलती या लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जांच रिपोर्ट में सामने आई किसी भी तरह की कमी को दूर करने का आश्वासन भी दिया और कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने भी दुख व्यक्त किया और दोहराया कि जिला प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर किसी स्टाफ की गलती सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट से स्पष्ट होगा कि मौतें ऑक्सीजन की समस्या के कारण हुई या किसी अन्य चिकित्सकीय जटिलता के चलते हुई है ।