
सी टी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज़ ने विश्व फिजियोथेरेपी दिवस 2025 को उत्साह और ज्ञानवर्धक ढंग से मनाया। इस वर्ष का विषय था “स्वस्थ उम्र बढ़ना”। दिनभर चले इस आयोजन में विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भाग लिया तथा यह संदेश दिया कि फिजियोथेरेपी स्वास्थ्य संवर्धन, रोगों की रोकथाम और पुनर्वास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस अवसर पर कार्यक्रम को इस तरह तैयार किया गया कि विद्यार्थियों को रचनात्मकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण दोनों को प्रदर्शित करने का अवसर मिले। चेहरे एवं शरीर पर रंगकारी प्रतियोगिता, फिजियोथेरेपी प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रस्तुति और कार्यशील मॉडल प्रदर्शन जैसी गतिविधियों ने विद्यार्थियों को अपनी समझ को अनोखे तरीक़े से प्रस्तुत करने का मंच दिया।
विशेष आकर्षण रहा फिज़ियो वॉक (फैशन वॉक) और डर्माटोम एवं मायोटोम नृत्य, जिनके माध्यम से विद्यार्थियों ने फिजियोथेरेपी की अवधारणाओं को सजीव रूप में प्रस्तुत किया। दर्शक न केवल प्रभावित हुए बल्कि जानकारी भी प्राप्त कर सके।
कार्यक्रम का मुख्य केंद्र बिंदु रहा विशेषज्ञ पैनल चर्चा, जिसमें सुप्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. प्रेर्णा गोयल और डॉ. स्वाति खुराना ने अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि किस प्रकार फिजियोथेरेपी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के प्रबंधन और स्वस्थ उम्र बढ़ाने में सहायक है। उनके विचारों ने उपस्थित जनों के ज्ञान को समृद्ध किया और विद्यार्थियों को इस पेशे को और गहराई से अपनाने की प्रेरणा दी।
सी टी यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने संदेश में आयोजन की सराहना करते हुए कहा— “फिजियोथेरेपी केवल एक पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा है जो लोगों को स्वस्थ और लंबा जीवन जीने की शक्ति प्रदान करती है।”
प्रो वाइस चांसलर डॉ. सिमरनजीत कौर गिल ने विद्यार्थियों की उत्साही भागीदारी की प्रशंसा करते हुए कहा— “आज के आयोजन की रचनात्मकता और शैक्षणिक झलक सी टी यूनिवर्सिटी की इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि यहाँ ऐसे पेशेवर तैयार किए जाते हैं जो केवल कुशल ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी उत्तरदायी हों।”
यह आयोजन न केवल आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं में फिजियोथेरेपिस्ट्स की अपरिहार्य भूमिका को रेखांकित करता है, बल्कि नई पीढ़ी को यह संदेश भी देता है कि सबके लिए स्वास्थ्य और स्वस्थ उम्र बढ़ना सुनिश्चित करना ही असली लक्ष्य है।