
एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर के वाद्य संगीत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रख्यात सितार वादक डॉ. सुमित सिंह पदम ने हाल ही में महाराष्ट्र के नासिक में प्रतिष्ठित सुर विश्वास संगीत सम्मेलन में श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विश्वास समूह द्वारा महाराष्ट्र साहित्य परिषद के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में भारतीय शास्त्रीय संगीत के कुछ सबसे प्रशंसित नाम एक साथ आए। डॉ. सुमित ने राग अहीर भैरव और राग मियाँ मल्हार की अपनी भावपूर्ण प्रस्तुतियों से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और तबले पर प्रसिद्ध श्री रसिक कुलकर्णी ने संगत की।
संगीतकारों के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखने वाले डॉ. सुमित ने अपने पिता श्री जसबीर सिंह पदम के मार्गदर्शन में अपनी शिक्षा शुरू की और इमदादखानी घराने के एक प्रमुख सितारवादक पंडित हरविंदर शर्मा के मार्गदर्शन में गुरु-शिष्य परंपरा का पालन जारी रखा।
डॉ सुमित ने प्रिंसिपल डॉ. नीरजा ढींगरा, सांस्कृतिक सलाहकार डॉ. अरुण मिश्रा और डीन डॉ. अमिता मिश्रा के अटूट सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। डॉ ढींगरा ने इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. सुमित का प्रदर्शन व्यक्तिगत तौर पर उनके लिए और एपीजे कॉलेज दोनों के लिए गौरव का क्षण है, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत के संरक्षण और प्रसार में संस्थान के महत्वपूर्ण योगदान की पुष्टि करता है।