
जालंधर: लादोवाली रोड, अजीत सैनी मार्ग स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए विद्यालय के 150वें वर्ष के उत्सव की पूर्व संध्या पर एक उच्च-स्तरीय पूर्व छात्र सम्मेलन का सफल आयोजन किया। विद्यालय परिसर में आयोजित इस सभा में दिग्गज पूर्व छात्र एक मजबूत एलुमनी नेटवर्क की स्थापना और अपनी अल्मा मेटर के निरंतर विकास की रणनीति बनाने के लिए एकत्रित हुए।
यह सम्मेलन विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों की उपस्थिति से गौरवान्वित हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य पदाधिकारियों और विशेष अतिथियों ने शिरकत की, जिनमें डॉ. एसपीएस ग्रोवर (अध्यक्ष), श्री योगेश कुमार (उपाध्यक्ष), श्री चरणजीत सिंह चन्नी (सीटी यूनिवर्सिटी से संरक्षक) और श्री सुरिंदर सैनी (सचिव) शामिल थे। सभा की शोभा अन्य प्रमुख सदस्यों – श्री ललित कोहली, श्री नागपाल जी, श्री गुरदयाल सिंह और श्री बसीरी की उपस्थिति से और बढ़ गई।
कार्यक्रम का एजेंडा एलुमनी एसोसिएशन की संरचना को औपचारिक रूप देना और स्कूल की विरासत तथा आगामी 150वें वर्ष के आयोजनों में इसकी भूमिका के लिए एक स्पष्ट दृष्टि Outline करना था। विद्यार्थियों के लिए मेंटरशिप कार्यक्रम, पूर्व छात्रों द्वारा विशेषज्ञ गेस्ट लेक्चर के आयोजन और infrastructural एवं academic विकास के रास्तों की खोज सहित कई पहलुओं पर उत्पादक चर्चा हुई।
एलुमनी बॉडी के अध्यक्ष डॉ. एसपीएस ग्रोवर ने अपने उत्साह को व्यक्त करते हुए कहा, “यह पुनर्मिलन सिर्फ एक सभा नहीं है; यह उन बंधनों को फिर से जीवित करना है जिन्हें समय भी मिटा नहीं सका। स्कूल ऑफ एमिनेंस की भावना हममें से हर एक के अंदर जीवित है और हम सभी मिलकर इस महान संस्थान के भविष्य में, खासकर अपने ऐतिहासिक 150वें वर्ष के अवसर पर, सार्थक योगदान दे सकते हैं।”
उपाध्यक्ष श्री योगेश कुमार ने कहा, “हमारे पूर्व छात्रों की इतनी सक्रिय भागीदारी देखकर हृदय प्रसन्न हो गया है। वर्तमान छात्रों का मार्गदर्शन और समर्थन करने की उनकी इच्छा निस्संदेह मेंटरशिप और विकास का एक शक्तिशाली चक्र creation करेगी, जो इस ऐतिहासिक उत्सव की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है।”
सीटी यूनिवर्सिटी से संरक्षक श्री चरणजीत सिंह चन्नी ने टिप्पणी करते हुए कहा, “समग्र विकास के लिए शिक्षा जगत और पूर्व छात्रों के बीच सहयोग महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है कि यह association 150वें वर्ष के उत्सव की तैयारी के साथ ही नवाचार और उत्कृष्टता के नए रास्ते खोलेगी।”
सचिव श्री सुरिंदर सैनी ने आगे की व्यावहारिक योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमने आज एक मजबूत नींव रखी है। अब हमारा focus structured programs बनाने पर होगा जो हर पूर्व छात्र को उनकी विशेषज्ञता और उपलब्धता के अनुसार योगदान देने का अवसर दे, यह सुनिश्चित करते हुए कि 150वें वर्ष का उत्सव एक grand success हो।”
सदस्यों ने एक सुर में नियमित बैठकें आयोजित करने और स्कूल की ecosystem में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया, जिससे ‘वापस देने’ की एक शक्तिशाली संस्कृति को मजबूती मिलेगी।