
श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में सरस्वती प्रभुपाद जी के पार्षद श्रील भक्ति प्रमोद पुरी गोस्वामी महाराज जी की प्रकट तिथि के अवसर पर श्री हरिनाम संकीर्तन एवं श्री हरिकथा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंबई स्थित श्री चैतन्य गौडीय मठ के मठ रक्षक त्रिदण्डी स्वामी श्रीमद् भक्ति सुहृद परमाद्वैती महाराज जी ने की । संकीर्तन की शुरुआत राजेश शर्मा, पुजारी श्रीनिवास, पुजारी परमानंद, शाश्वत गुप्ता, सुरेश कुमार, कृष्ण गोपाल, जगन्नाथ गौर और अम्बरीष कश्यप ने मंगलाचरण, गुरु वंदना तथा वैष्णव वंदना से की ।
श्रील परमाद्वैती महाराज जी श्रील पुरी गोस्वामी महाराज जी के बारे में बोलते हुए बताया कि महाराज जी ने 102 वर्ष तक इस जगत में सनातन धर्म का प्रचार प्रसार किया। वह श्री चैतन्य गौडीय मठ से निकलने वाली चैतन्य वाणी पत्रिका के मुख्य संपादक थे। श्री चैतन्य महाप्रभु जी के शिक्षा के तीसरे श्लोक का वह मूर्तिमान स्वरुप थे । उनमें भक्तों के प्रति बहुत वात्सल्य था ।
कपिल शर्मा ने जय राधा माधव जय कुंज बिहारी और राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे नाम संकीर्तन द्वारा सबको झूमने पर मजबूर कर दिया । राजिंदर लूथरा ने महामंत्र संकीर्तन द्वारा कार्यक्रम को विश्राम दिया । मंदिर के महासचिव राजेश शर्मा ने अंत में महाराज जी का जालंधर आगमन पर हार्दिक आभार प्रकट किया और उनसे प्रार्थना की कि भविष्य में भी इसी प्रकार जालंधरवासियों पर कृपा करने के लिए आते रहे ।
संकीर्तन में केवल कृष्ण, राम मिलन पाण्डेय, अजय अग्रवाल, मिंटू कश्यप, राजन गुप्ता, सत्यव्रत गुप्ता, दीपक बंसल, गुरवरिंदर, विजय सग्गड़, ललित अरोड़ा, अश्विनी अग्रवाल, विशाल भल्ला, जतिन बंसल, दिनेश शर्मा, अरुण गुप्ता, मुनीश वर्मा, चेतन दास, संजय पाण्डेय, गोवर्धन शर्मा, केशव अग्रवाल, घनश्याम राय, सतीश गुप्ता, राकेश चोपड़ा, गोपाल अग्रवाल, पुरुषोत्तम व अन्य शामिल हुए।