दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को महाराष्ट्र के सतारा में स्थित जीजामाता महिला सहकारी बैंक का बैंकिंग लाइसेंस रद्द कर दिया है। यह कदम बैंक की खराब वित्तीय स्थिति और आय सृजन की क्षमता न होने के कारण उठाया गया है। उल्लेखनीय है कि यह बैंक पहले भी 2016 में अपना लाइसेंस खो चुका था, जिसे बाद में 2019 में पुनः बहाल किया गया था। हालांकि, बैंक की वित्तीय स्थिति में सुधार न होने से आरबीआई को यह सख्त फैसला लेना पड़ा। आरबीआई ने बैंक की वित्तीय स्थिति का निरीक्षण करने के लिए 2013-14 वित्त वर्ष के लिए फोरेंसिक ऑडिटर नियुक्त किया था, लेकिन बैंक के पक्ष से सहयोग न मिलने के कारण यह ऑडिट पूरा नहीं हो सका। रिजर्व बैंक ने कहा कि उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार बैंक की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी, जिससे यह फैसला लेना आवश्यक हो गया।लाइसेंस रद्द होते ही जीजामाता महिला सहकारी बैंक को तुरंत बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने से रोक दिया गया है। अब यह बैंक न तो नए जमाओं को स्वीकार कर सकेगा और न ही ग्राहकों को उनके जमा की निकासी की अनुमति देगा। महाराष्ट्र के सहकारी समितियों के पंजीयक से बैंक को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं और इसके लिए परिसमापक नियुक्त करने का अनुरोध किया गया है।

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