
जालंधर:- मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में सामुहिक निशुल्क दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणो द्वारा मुख्य यजमान वेद प्रकाश से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन ,नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित मां भक्तों को प्रवचनों का रसापान करवाते हुए भक्तिकाल के महान कवि सूरदास के एक प्रसिद्ध दोहे का अनुसरण करते हुए कहते है कि
*दीपक पीर न जानई, पावक परत पतंग।*
*तनु तो तिहि ज्वाला जरयो, चित न भयो रस भंग॥*
नवजीत भारद्वाज जी ने दोहे का भावार्थ बताते हुए कहा कि यह दोहा एकतरफा प्रेम और नि:स्वार्थ भक्ति का अद्भुत उदाहरण है। जैसे दीपक के प्रकाश पर पतंगा मोहित होकर आता है, वह पतंगे की पीड़ा को नहीं समझता। पतंगा जलती हुई आग में कूदने से पहले दीपक की पीड़ा को नहीं जानता। वह तो बस उसके प्रकाश से आकर्षित होता है।
भले ही उस लौ में जलकर पतंगे का शरीर जलकर राख हो जाता है, फिर भी उसका मन प्रेम के रस से विचलित नहीं होता। वह अपनी मृत्यु को भी अपने प्रेम की चरम परिणति मानता है।
नवजीत भारद्वाज जी इस गहराई को भक्तों समझाते हुए कहते है कि यह प्रेम एकतरफा है, जहाँ दीपक पतंगे के प्रेम से अनभिज्ञ रहता है। पतंगा अपने प्रेम में इतना लीन है कि उसे दीपक के बारे में कुछ पता ही नहीं। पतंगा अपने प्रिय (दीपक) पर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देता है। उसे यह भान नहीं होता कि वह जिस पर मोहित है, वही उसकी मृत्यु का कारण बनेगा। पतंगे के लिए प्रेम की अनुभूति इतनी प्रबल है कि शारीरिक कष्ट और मृत्यु भी उसे उसके प्रेम मार्ग से डिगा नहीं पाते।
नवजीत भारद्वाज जी मां भक्तों को इस दोहे का सार समझाते हुए कहते है कि यह दोहा ईश्वर के प्रति भक्त के असीम प्रेम को भी दर्शाता है। जिस तरह पतंगा दीपक की लौ में जलकर भी प्रेम से विचलित नहीं होता, उसी तरह सच्चा भक्त भगवान की भक्ति में सब कुछ त्यागकर, हर कष्ट को सहकर भी अपने प्रभु प्रेम को नहीं छोड़ता। ईश्वर के प्रति सच्चा प्रेम बिना किसी स्वार्थ के होता है और उसमें समर्पण की भावना इतनी प्रबल होती है कि कोई भी पीड़ा उस प्रेम को भंग नहीं कर सकती।
इस अवसर पर श्वेता भारद्वाज, निर्मल शर्मा, राकेश प्रभाकर,पूनम प्रभाकर ,सरोज बाला, समीर कपूर, विक्की अग्रवाल, अमरेंद्र कुमार शर्मा, अमृतपाल, प्रदीप , दिनेश सेठ,सौरभ भाटिया,विवेक अग्रवाल, जानू थापर,नरेश,कोमल, मुनीष मैहरा,ऋषभ कालिया,रिंकू सैनी, कमलजीत,बावा खन्ना, धर्मपालसिंह, अमरजीत सिंह, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र ,रोहित भाटिया,बावा जोशी,राकेश शर्मा, अमरेंद्र सिंह, विनोद खन्ना, नवीन , प्रदीप, सुधीर, सुमीत ,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा अमनदीप, परमजीत सिंह, दानिश, रितु, कुमार,गौरी केतन शर्मा,सौरभ ,शंकर, संदीप,रिंकू,प्रदीप वर्मा, गोरव गोयल, मनी ,नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू,संजीव शर्मा, रोहित भाटिया,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश,रोमी, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, मोहित , विशाल , रवि भल्ला,जगदीश, नवीन कुमार, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक, प्रिंस कुमार, पप्पू ठाकुर, दीपक कुमार, नरेंद्र, सौरभ,दीपक कुमार, नरेश,दिक्षित, अनिल, अजय,बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।