
संस्कृति केएमवी विद्यालय का 23वां संस्थापक दिवस एवं नई इमारत “सीनियर सेकेंडरी टैक ब्लॉक” का उद्घाटन
“हम निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं, नए द्वार खोलते हैं और नई चीज़ें करते हैं, क्योंकि हम जिज्ञासु हैं! और यही जिज्ञासा हमें नए-नए मार्गों पर ले जाती रहती है।”
संस्कृति केएमवी स्कूल, अन्वेषण, प्रयोग और अनुभव के माध्यम से सीखने की भावना का प्रतीक रहा है।संस्थापक दिवस 15 अक्टूबर 2025 को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
आयोजन के मुख्य अतिथि आदरणीय आर्य शिक्षामंडल अध्यक्ष श्री चंद्र मोहन जी एवं श्रीमती नीरजा चंद्र मोहन जी (सदस्या) रहे। इस अवसर पर आर्य शिक्षा मंडल के अन्य गणमान्य अतिथियों के रूप में डॉ. श्रीमती सुषमा चावला जी (उपाध्यक्ष), श्री आलोक सोंधी (महासचिव), डॉ. श्रीमती सुषमा चोपड़ा (सचिव),श्री ध्रुव कुमार मित्तल (कोषाध्यक्ष),डॉ. श्रीमती अतिमा शर्मा द्विवेदी जी (प्रबंधक), डॉ. एस.पी. गुप्ता (सदस्य),श्रीमती अनुराधा सोंधी (सदस्या),डॉ. दीपाली लूथरा (सदस्या), डाॕ.एस.के. शर्मा,श्रीमती नवनीत समरा, श्रीमती गायत्री कोहली, श्रीमती शीतल मोंगा, श्रीमती नंदिनी मोंगा ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की नई इमारत “सीनियर सेकेंडरी टैक ब्लॉक” का उद्घाटन श्रद्धापूर्वक श्लोकों और मंत्रों के उच्चारण से हवन में आहुति के माध्यम से दिव्य आशीर्वाद का आह्वान किया गया। जिसके बाद गणमान्य अतिथियों ने नई इमारत का रिबन काटकर अवलोकन किया।
विद्यालय प्रधानाचार्या श्रीमती रचना मोंगा जी द्वारा पुष्प भेंट कर सभी मुख्य अतिथि एवं गणमान्यों का हार्दिक स्वागत किया गया। तदुपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारंभ मुख्य अतिथि श्री चंद्र मोहन जी एवं श्रीमती नीरजा चंद्र मोहन जी ने गायत्री मंत्रों की मधुर स्वर लहरियों के मध्य दीप प्रज्ज्वलन कर किया ।
विद्यालय प्रधानाचार्या श्रीमती रचना मोंगा जी ने बताया कि स्कूल ने बुनियादी ढाँचे में विस्तार के साथ भविष्य के बदलावों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को भी शामिल किया है। विद्यालय में पाठ्यक्रम के साथ-साथ विविध सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन की भी व्यवस्था की जाती है। विद्यालय समय-समय पर सीबीएसई एवं अन्य संस्थाओं द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं द्वारा विशेष पुरस्कार भी प्राप्त करता रहा है, विद्यालय प्रत्येक वर्ष सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं द्वारा आयोजित परीक्षा में शत-प्रतिशत अंकों से अग्रणी रहा है। विद्यालय के प्रखर विद्यार्थियों ने NEET और JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विशेष स्थान सुरक्षित किया ।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने शास्त्रीय संगीत के राग भैरव के फ्यूजन की कलात्मक प्रस्तुति ने सभी के मन को मोहित कर लिया। संस्कृति प्रांगण की फुलवारी के बाल कलाकारों ने सरस्वती वंदना पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया। “बढ़े चलो” देश भक्ति नृत्य प्रस्तुति ने गौरवान्वित क्षणों की स्मृतियों ने देश के प्रति त्यागीमयी भावना को प्रसारित किया, तो वहीं दूसरी और राधा कृष्ण जी की रासलीला ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वरिष्ठ विद्यार्थियों ने पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण चारों दिशाओं की देशभक्ति भावना को दर्शाते हुए एक फ्यूजन नृत्य प्रस्तुत किया। भांगड़ा और गिद्धा प्रस्तुति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन किया गया।
मुख्य अतिथि श्री चंद्र मोहन जी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए विद्यार्थियों के उत्साह की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने सभी को समारोह के सफलता की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि विद्यालय की उन्नति एवं सफलता स्कूल प्राचार्या श्रीमती रचना मोंगा जी की योजनाबद्ध कार्य कुशलता, दिशा निर्देशन एवं अध्यापकों की कर्तव्य निष्ठा, परिश्रम और अभिभावकों के सहयोग एवं समर्पण का परिणाम है ।
प्रिंसिपल श्रीमती रचना मोंगा जी ने कार्यक्रम के अंत में सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और कहा कि जहाँ विद्यालय के विद्यार्थियों ने शिक्षा के क्षेत्र में नाम रोशन किया है, वहीं सांस्कृतिक गतिविधियों और खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
कार्यक्रम के समापन पर रंग-बिरंगी रोशनी से सजे विद्यालय प्रांगण में दीवाली के उपलक्ष्य में आतिशबाज़ी ने सभी के मनों को आनंदमयी एवं उत्साहित कर दिया। सभी के मन में सच्चे ज्ञान और अनुभवात्मक शिक्षा के प्रति गहरा उत्साह और प्रेरणा जागृत हुई — जैसे सभी ने अपने पाँचों इंद्रियों को सीखने की नई ऊर्जा से भर लिया हो।