दिल्ली:महंगाई की मार झेल रही आम जनता को त्योहारों के मौसम में मिली थोड़ी सी राहत अब फिर भारी पड़ने लगी है। अभी डेढ़ महीना भी नहीं बीता जब सरकार ने जीएसटी दरों में कटौती कर रसोई की जरूरी चीजों के दाम कम किए थे, लेकिन अब कंपनियों ने उपभोक्ताओं की यह राहत छीननी शुरू कर दी है। ताजा झटका डेयरी उत्पादों की दुनिया से आया है।कर्नाटक के सबसे बड़े और भरोसेमंद डेयरी ब्रांड ‘नंदिनी’ ने अपने घी की कीमतों में भारी इजाफा कर दिया है। कंपनी ने घी के दाम में 90 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी जीएसटी कटौती से मिली राहत से तीन गुना ज्यादा है, जिससे उपभोक्ताओं में नाराजगी है। कंपनी ने इस फैसले के पीछे अपनी बढ़ती उत्पादन लागत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंचे दामों का हवाला दिया हैजीएसटी परिषद ने आम आदमी को राहत देने के उद्देश्य से 22 सितंबर 2025 से नई घटाई गई दरें लागू की थीं। इस फैसले के बाद नंदिनी घी की कीमत 640 रुपये से घटकर 610 रुपये प्रति लीटर हो गई थी, जिससे त्योहारों के सीजन में उपभोक्ताओं को राहत मिली थी। लेकिन अब कंपनी ने एक झटके में कीमत 610 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति लीटर कर दी है। यानी जहां उपभोक्ताओं को पहले 30 रुपये की राहत मिली थी, अब उनकी जेब पर 90 रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ गया है।

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