सी.टी. विश्वविद्यालय, लुधियाना के स्वास्थ्य विज्ञान विद्यालय के अंतर्गत रेडियोलॉजी एवं इमेजिंग प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विश्व रेडियोग्राफी दिवस 2025 को बड़े उत्साह और शैक्षणिक जोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर “कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित इमेजिंग उत्कृष्टता के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा को सशक्त बनाना” विषय पर एक सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम (सी.एम.ई.) तथा प्रायोगिक कार्यशाला (हैंड्स-ऑन वर्कशॉप) का आयोजन किया गया।

यह दिवस उन सभी रेडियोग्राफरों और इमेजिंग विशेषज्ञों को समर्पित था, जिनकी सटीकता, विशेषज्ञता और संवेदनशीलता स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की आधारशिला है।

कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई कि यह कैसे रेडियोलॉजी एवं इमेजिंग क्षेत्र में नवाचार और सटीकता को बढ़ावा दे रही है।

इस अवसर पर प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे —
सुश्री मंजिंदर कौर धनोआ, विकिरण सुरक्षा अधिकारी, सी.एम.सी. एवं एच. लुधियाना तथा आई.एस.आर.टी. पंजाब की वरिष्ठ उपाध्यक्ष,
डॉ. दमनदीप सिंह चावला, सहयोगी निदेशक, रेडियोलॉजी विभाग, एस.पी.एस. अस्पताल, लुधियाना,
सुश्री तपस्या भारद्वाज, रेडियोलॉजी तकनीशियन, पी.जी.आई.एम.ई.आर. चंडीगढ़ एवं आई.एस.आर.टी. सदस्य (चंडीगढ़ शाखा),
तथा श्री गोपी चंद डोभाल, वरिष्ठ तकनीशियन, रेडियो-निदान विभाग, पी.जी.आई.एम.ई.आर. चंडीगढ़ एवं आई.एस.आर.टी. के महासचिव (चंडीगढ़ शाखा)।

इन विशेषज्ञों ने गुणवत्तापूर्ण इमेजिंग, विकिरण सुरक्षा तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता से एकीकृत निदान प्रणाली पर अपने अनुभव साझा किए।
उनके विचारों ने विद्यार्थियों और प्रतिभागियों को नवाचार तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रही “रेडियोग्राफी में गुणवत्ता जांच एवं गुणवत्ता नियंत्रण” पर आधारित प्रायोगिक कार्यशाला, जिसका संचालन बी.एन. मेडिकल सॉल्यूशन्स के श्री ऋषव शर्मा (विकिरण सुरक्षा अधिकारी – गुणवत्ता आश्वासन) द्वारा किया गया।

इस आयोजन की शोभा बढ़ाई सी.टी. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नितिन टंडन ने मुख्य संरक्षक के रूप में,
प्रो-उपकुलपति डॉ. सिमरन कौर गिल ने संरक्षक के रूप में,
तथा डॉ. सैम्पी दुग्गल, प्राचार्य, सहायक स्वास्थ्य विज्ञान विद्यालय ने संयोजक के रूप में।

अपने संबोधन में डॉ. नितिन टंडन ने विभाग की सराहना करते हुए कहा कि सी.टी. विश्वविद्यालय सदैव शिक्षा को आधुनिक प्रौद्योगिकी से जोड़ने के लिए प्रयत्नशील है तथा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस अवसर को और रोचक बनाया विद्यार्थियों की पोस्टर प्रस्तुति, फोटोग्राफी एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने। इन गतिविधियों ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता और ऊर्जा को उजागर किया, जो सी.टी. विश्वविद्यालय के समग्र विकास दृष्टिकोण का परिचायक है — जहाँ शिक्षा, सृजनशीलता और संवेदनशीलता का सुंदर समावेश होता है।

कार्यक्रम का समापन समापन सत्र तथा आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई।

इस अवसर पर सी.टी. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सरदार चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा —
“रेडियोग्राफी विज्ञान, सटीकता और करुणा का अद्भुत संगम है। इस विशेष दिवस पर मैं उन सभी रेडियोग्राफरों को नमन करता हूँ जो अपनी तकनीकी कुशलता से स्वास्थ्य सेवा में नई स्पष्टता और जीवन लाते हैं।”

वहीं प्रो-कुलाधिपति डॉ. मनबीर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा —
“कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज संपूर्ण विश्व में निदान प्रणाली को परिवर्तित कर रही है, और सी.टी. विश्वविद्यालय इस परिवर्तन की अग्रणी राह पर आगे बढ़ रहा है, जिससे भविष्य की स्वास्थ्य सेवाएँ और भी सशक्त एवं सटीक बनें।”
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