
एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स (ACFA), जालंधर ने अपने स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष (Golden Jubilee Year) में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए, इंटर-ज़ोनल यूथ फेस्टिवल चैंपियनशिप ट्रॉफी लगातार 25वीं बार जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि कॉलेज के 50 वर्षों की समृद्ध शैक्षणिक, सांस्कृतिक और कलात्मक यात्रा को और भी गौरवान्वित करती है।
कॉलेज ने इस बार भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 146 अंक प्राप्त कर समग्र चैंपियनशिप पर कब्ज़ा जमाया। इस जीत के साथ एपीजे कॉलेज ने यह साबित कर दिया है कि जब बात कला, संस्कृति और रचनात्मकता की आती है, तो वह न केवल क्षेत्र में बल्कि पूरे विश्वविद्यालय में अद्वितीय है। यह महोत्सव गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (GNDU), अमृतसर द्वारा प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा, कला और साहित्यिक कौशल प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के अंतर्गत यह इंटर-ज़ोनल यूथ फेस्टिवल 7 से 9 नवम्बर 2025 तक आयोजित हुआ, जिसमें अनेक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों ने भाग लिया।
एपीजे कॉलेज ने न केवल समग्र चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती, बल्कि संगीत, साहित्यिक, फाइन आर्ट्स, और लोक कला सभी श्रेणियों में भी विजयी प्रदर्शन कर ओवरऑल ट्रॉफी जीती।
कॉलेज के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा और मेहनत का प्रदर्शन करते हुए निम्नलिखित प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किए:
प्रथम स्थान (20 प्रतियोगिताएँ): फोक ऑर्केस्ट्रा, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल (परकशन), ग्रुप भजन, ग्रुप सॉन्ग, क्ले मॉडलिंग, कोलाज मेकिंग, इलोक्यूशन (पंजाबी), डिबेट (अंग्रेज़ी), शास्त्रीय नृत्य, कोरियोग्राफी, लोकगीत, स्किट, रंगोली, जनरल डांस, गीत/ग़ज़ल, वार गायन, शास्त्रीय गायन, वेस्टर्न वोकल (एकल व समूह) और वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंटल (एकल)।
द्वितीय स्थान (6 प्रतियोगिताएँ): गिद्धा, कविशरी, ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग, वन एक्ट प्ले, फूलकारी, पोस्टर मेकिंग।
तृतीय स्थान (2 प्रतियोगिताएँ): अंग्रेज़ी इलोक्यूशन और माइम।
कॉलेज की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए प्राचार्य डॉ. नीरजा ढींगरा ने कहा,
“एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स अपने स्वर्ण जयंती वर्ष में यह गौरव हासिल करके वास्तव में इतिहास रच रहा है। पिछले ढाई दशकों से हम लगातार युवा महोत्सवों में उत्कृष्टता की परंपरा बनाए हुए हैं। यह सफलता हमारे विद्यार्थियों की रचनात्मकता, अनुशासन और कठोर परिश्रम का परिणाम है, जो हमारे संस्थान की सांस्कृतिक आत्मा को दर्शाती है।”
उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय एपीजे एजुकेशन की अध्यक्ष, डॉ. सुषमा पॉल बर्लिया को देते हुए कहा, “डॉ. बर्लिया का दूरदर्शी नेतृत्व और अटूट समर्थन सदैव हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। उनके सशक्त मार्गदर्शन ने ही हमें कला और शिक्षा के संगम को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने की शक्ति दी है।” डॉ. नीरजा ढींगरा ने संस्थापक अध्यक्ष, डॉ. सत्य पॉल के प्रति भी अपनी गहरी श्रद्धा व्यक्त की और कहा कि उनके आदर्शों और दृष्टिकोण ने ही कॉलेज की नींव को इतना सशक्त बनाया कि आज यह संस्था रचनात्मक उत्कृष्टता का प्रतीक बन चुकी है। एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स इस वर्ष अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर रहा है। इस स्वर्ण जयंती वर्ष में मिली यह चैंपियनशिप जीत कॉलेज के गौरवशाली इतिहास को एक नई ऊँचाई पर ले गई है। कला, संस्कृति और शिक्षा के समन्वय से सुसज्जित यह संस्था आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र बनी हुई है।
उन्होंने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रशिक्षकों को बधाई दी और विशेष रूप से डॉ. अरुण मिश्रा (संस्कृतिक सलाहकार) तथा डॉ. अमिता मिश्रा (डीन, यूथ फेस्टिवल) के निरंतर मार्गदर्शन और नेतृत्व की सराहना की, जिन्होंने विद्यार्थियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया ।