
दिल्ली: मानसून 2025 भले ही विदा हो चुका हो, लेकिन मौसम का रुख अभी भी स्थिर नहीं है। इस साल बरसात ने देशभर में रेकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया-कई इलाकों में सामान्य से कहीं अधिक बारिश हुई और नदी-नालों का जलस्तर भी काफी बढ़ा। गर्मी से राहत देने वाला यह मौसम अब सर्द हवा के साथ ठंड का आगाज़ कर रहा है।इसके बावजूद कई राज्यों में बारिश की लय थमी नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से नवंबर का महीना भी भीगा-भीगा गुजर सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 18, 19, 20, 21 और 22 नवंबर के बीच कई राज्यों में भारी बारिश होने की पूरी संभावना हैमौसम विभाग का कहना है कि दक्षिणी राज्यों—तमिलनाडु, केरल, माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में 17 से 20 नवंबर तक बिजली चमकने की घटनाएँ बढ़ सकती हैं। अंडमान-निकोबार में 17 से 19 नवंबर तक 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएँ चलने का अनुमान है, जिससे समुद्री और तटीय इलाकों में सावधानी की जरूरत बढ़ जाएगी।दूसरी ओर देश का उत्तरी भाग तेजी से ठंड की चपेट में आ रहा है। उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी है। अगले दो–तीन दिनों तक कई जगहों पर शीतलहर का असर दिखाई देगा।