चीफ जस्टिस राजन गोगोई को योन उत्पीड़त के आरोपों से क्लीन चिट मिलने के बाद आज कुछ महिला वकीलों व NGO के सदस्यों ने सुप्रीम कोर्ट के परिसर के, बाहर परिदर्शन
प्रधान न्यायाधीश राजन गोगोई को योन उत्पीड़ित के आरोपों से उच्चतम न्यालाय की तीन न्यायाधीश की अंतरिक समिति ने क्लीन चिट देते हुए कहा हैं की उसे उनके खिलाफ लगाए आरोपों में कोई ठोस आधार नहीं मिला।
शीर्ष अदालत की एक पूर्व महिला कर्मचारी ने प्रधान न्यायाधीश पर यौनउत्पीड़न के आरोप लगाए थे उच्चतम न्यायालय के सेक्रेट्री जनरल के कार्यालय के एक नोटिस में कहा गया है की नयनमुर्ति एस.ए बोबडे की प्रधानगी वाली समिति की रिपोर्ट सार्वजानिक नहीं की जाएगी समिति में दो महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति इन्दरा बनर्जी भी शामिल थी।
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