जालंधर देहाती पुलिस का एक और कारनामा
जलान्धर: वैसे जालंधर देहात पुलिस तो आम लोगों पर अवैध रूप से पर्चे करने में शुमार व मशहूर है। युवक को केशव नगर थाना 7 के एरिया से देहाती सीआईए उठा कर लाई थी, जबकि थाना मकसूदा पुलिस ने उसे गांव लिद्दड़ा में गश्त के दौरान पकड़ा दिखाया असल में जो कहानी पुलिस द्वारा बनाई गई हकीकत उसे उलट है जो भी पुलिस द्वारा या अखबारों में पुलिस ने खबरें लगवाई है वह सरासर गलत और निराधार हैं हकीकत यह है कि उक्त युवक को किसी गश्त के दौरान नहीं बल्कि मीठापुर के समीप घर से इन्वेस्टिगेशन के लिए सीआईए देहाती के पुष्प बाली और शिव कुमार अपने साथियों सहित ले गए थे सीआईए स्टाफ देहाती मकसूदा थाने का सहारा लेते हुए करीब करीब एक हफ्ते लड़के को बिना किसी वारंट के अपनी कस्टडी में रखा जो कि सरासर गैर संवैधानिक है और जालंधर पुलिस द्वारा सरेआम मानव अधिकारों का भी उल्लंघन किया गया है परिजनों को कहते रहे कि 24 घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ देंगे। पुलिस ने लड़के के परिजनों को कहा उक्त लड़के पर अपने दोस्त क साथ देने का आरोप है, बिना वजह से लड़के को 6 दिन जेल में रखा
पुलिस अब अवैध रूप से पर्चे डालने को लेकर भी मशहूर होती जा रही है किसी व्यक्ति को पूछताछ के लिए उठा लेती है और बिना वजह दूसरी जगह ले जाकर कई तरह के केस बनाकर गिरफ्तार कर जेल भेज कर रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें देहाती सीआईए ने थाना मकसूदा पुलिस के साथ मिलकर एक युवक को पूछताछ के लिए घर से उठाया और 6 दिन कस्टडी में रख केस कर जेल भेज दिया।
युवक के पिता सुशील कुमार वासी केशव नगर थाना 7 ने कहा कि पुलिस की सीधे तौर पर पैसों की डिमांड थी लेकिन पूरी ना होने पर उन्होंने बेटे पर नाजायज केस डाल कर जेल में डाल दिया। उन्होंने कहा कि मामले के बारे में उच्च अधिकारियो पता था लेकिन वह भी चुप रहे मौजूदा कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही पुलिस द्वारा अवैध पर्चे करने का सिलसिला जोरों जोरों पर चल रहा है। शहरी एरिया में घुसकर देहाती सीआईए किसी युवक को उठाकर ले जाती है जिसकी शिकायत करने पर परिजनों को जलील किया जाता है पुलिस का रवैया तानाशाही जैसा हो गया है।