जालंधरः ए.पी.जे कॉलेज आफ फाइन आर्ट्स जालंधर में गुरू पुर्णिमा का पावन पर्व संगीत एवं नृत्य विभाग द्वारा बड़े उत्साह एंव जोश से मनाया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में सरस्वती वंदना की सुमधुर प्रस्तुति की गई। तद्पश्चात म्यूजिक वोकल विभाग के प्राध्यापक गौरव कोहली जो सहिसवान- घराने की गायकी के जाने माने कलाकार भी है उन्होंने शास्त्रीय संगीत के राग गुजरी तोड़ी में गुरू के चरण कमल, नित ही ध्यान धरता हू की सुरमयी प्रस्तुति करते हुए सभी को आनंदविभोर कर दिया। म्यूजिक इंस्ट्रूमेंटल विभाग की प्रध्यापिका डॉ अनुपम सूद ने सितार वादन में राग गुजरी तोड़ी में आलाप और द्रुत लय… की शानदार प्रस्तुति से सभी संगीतप्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत विभाग के प्रध्यापक डॉ विवेक वर्मा ने सफल जीवन के लिए गुरू के महत्व पर प्रकाश डॉलते हुए आधुनिक समय में गुरू की सर्वाधिक आवश्यकता पर अपने विचार प्रस्तुत किए संगीत विभाग की छात्राओं दीपाली एवं निशा ने सूफियाना गीत सारिआ तो सोहना मेरा पीर सईयो, बदल देवे तकदीर सईयो… गाकर समा बांध दिया। गुरू पूर्णिमा के इस अवसर पर पंजाब की धरोहर को अपने संगीत में जीवंत रखने वाले अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पंजाबी सूफी गायन को महिमामंडित करने वाले पंजाब की धरती के सुप्रसिद्ध संगीतकार श्री पूर्णशाह कोटी जी को प्रशंसा पत्र एवं फुलकारी भेंट कर सम्मानित किया गया। गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्राचार्य डॉ सुचारिता शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आधुनिकता की अंधी दौड़ के पीछे भागती युवा पीढी को अपनी समृद्ध परंपरा से परिचित करवाना न केवल हमारा दायित्व है बल्कि समय की मांग भी है अगर आज हम अपनी युवा पीढ़ी को जड़ो सो जोड़ कर रखेंगे तभी ये हमारी समृद्ध विरासत को सहेज कर भावी पीढ़ी तक पहुंचायेगी। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए प्राचार्य डॉ सुचारिता शर्मा ने म्यूजिक वोकल इंस्ट्रूमैंटल एवं नृत्य विभाग के प्राध्यापकवृंद की भरपूर प्रशंसा की।

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