लुधियाना: सोमवार को दिन ढलते ही मौसम का मिजाज बदल गया। राज्य के कई जिलाें में तेज आंधी और बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लाइट गुल होने से जालंधर, लुधियाना सहित कई शहराें में ब्लैकआउट जैसी स्थिति बन गई। फिराेजपुर-फरीदकाेट सड़क और रेलमार्ग पर सैकड़ाें पेड़ गिरने के कारण अवागमन कई घंटे तक प्रभावित रहा। तूफान के कारण दाे दजर्न ट्रेनें प्रभावित रहीं। वहीं श्री मुक्तसर साहिब में आंधी के कारण खेत में गेहूं की फसल पूरी तरह से बिछ गई तथा फरीदकोट में तेज आंधी के कारण मोहल्ला खोखर में एक मोबाइल टावर गिर गया।
सोमवार रात को तेज आंधी के चलते जालंधर सिविल अस्पताल 35 मिनट अंधेरे में डूबा रहा। इस दौरान डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ ने मोबाइल की टॉर्च के साथ मरीजों का इलाज किया। वार्डों में भी अंधेरा छाया रहा और मरीजों के परिजन बरामदे में आकर बैठ गए थे। मौके पर तैनात डॉ. राकेश चोपड़ा की ओर से टेलीफोन करने के बाद जनरेटर ऑपरेटर पहुंचा और जनेटर चलने से द्वारा अस्पताल रोशन हुआ।
बैसाखी वाले दिन 14 अप्रैल को दिन भर मौसम गर्म रहने के बाद रात को हल्की हवाओं ने संकेत दे दिया था। माैसम विभाग के अनुसार अगले दाे दिन तक आंधी-बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान है।मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार व बुधवार को बूंदाबांदी के आसार है। इसी तरह आसमान में बादल छाए रहेंगे।