नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने राहुल गांधी की अमेठी में पर्चा भरने के दौरान रक्षा में चूक के पार्टी के आरोप को सीरे से नकार दिया है। गृह मंत्रालय का कहना है कि जिस लेजर लाइट का कांग्रेस जिक्र कर रही है वह उन्हीं के फोटोग्राफरों के मोबाइल फोन की थी, जो राहुल गांधी का वीडियो बना रहे थे। गृह मंत्रालय ने इस संदर्भ में जब स्पेशल प्रटेक्शन ग्रुप से सलाह ली तो उन्होंने कहा कि यह लाइट सेलफोन का था। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि जब अमेठी से पर्चा भरने के बाद राहुल गांधी पत्रकारों से बात कर रहे थे तभी बहुत कम समय में कम से कम सात बार उनके सिर के आसपास लेज़र दिखती रही। दो बार तो सीधे उनकी कनपटी पर लेजर की लाइट पड़ी। घटना का वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस ने इस सिलसिले में गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी और इस घटना के बारे में अवगत कराया था। कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्याओं का हवाला देते हुए कहा कि राहुल गांधी की जान को खतरा है और ऐसे में उनकी पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
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