नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक चुनावी रैली में एक व्यक्ति ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर सवाल उठाते हुए नारे लगाए और उनके मंच की तरफ कुछ कागज फेंके. हालांकि, प्रधानमंत्री ने अपना संबोधन जारी रखा. इस व्यक्ति ने चिल्लाते हुए कहा, ‘कहां है बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ?’ उसके बाद रैली में करीब पांच मिनट तक हो-हल्ला हुआ और करीब पांच मिनट बाद पुलिस ने इस व्यक्ति को पकड़ लिया.

रैली में सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने व्यक्ति को मीडिया ब्लॉक के निकट रोका और उसे वहां से ले गए. रैली में मौजूद कई श्रोता अपने स्थान से खड़े होकर यह देखने लगे कि आखिर चल क्या रहा है?

व्यक्ति की पहचान जगाधरी के रहनेवाले अशोक कुमार के रूप में हुई है. उसने मोदी के संबोधन स्थल की तरफ कागज भी फेंके थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करके लिखे गए पत्र में व्यक्ति ने कहा है कि यमुनानगर में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ 26 अगस्त को उसके शिक्षक ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया.

व्यक्ति ने पत्र में आरोप लगाया है कि जब इस मामले की शिकायत पुलिस से की तो उन्होंने कोई कार्रवाई करने के बजाय छात्रा के माता-पिता पर ही प्राथमिकी दर्ज कर दी. कुमार ने आरोप लगाया कि धरने के बाद भी पुलिस ने प्राथमिकी नहीं वापस ली. इस मामले पर पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले में जांच चल रही है.

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