
दिल्ली: हाल के दिनों में UPI के माध्यम से भुगतान में लगातार आ रही दिक्कतों को गंभीरता से लेते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य UPI के बुनियादी ढांचे में तत्काल सुधार लाना और भविष्य में इस तरह की बाधाओं को रोकना है। बैठक में वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के अलावा, RBI और के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। मंत्रालय के अनुसार, इस गहन चर्चा में UPI Ecosystem के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत समीक्षा की गई और इसकी भविष्य की विकास योजनाओं पर भी व्यापक विचार-विमर्श हुआयह उल्लेखनीय है कि पिछले लगभग एक महीने की अवधि में देश भर में UPI सेवाएं तीन अलग-अलग मौकों पर बाधित हुई हैं। बार-बार आ रही इन बाधाओं के कारण, बड़ी संख्या में ऐसे लोग परेशान हुए जो अपनी दैनिक जरूरतों के लिए यूपीआई पर निर्भर हैं। इस महत्वपूर्ण बैठक में वित्त सचिव अजय सेठ, वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागाराजू, आरबीआई के कार्यकारी निदेशक विवेक दीप और एनपीसीआई के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दिलीप अस्बे जैसे प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैठक में मौजूद सभी हितधारकों से सक्रिय रूप से मिलकर काम करने का आग्रह किया ताकि यूपीआई सिस्टम में मौजूद ढांचागत कमियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जा सके। उन्होंने उपयोगकर्ताओं को एक सहज और बेहतर अनुभव प्रदान करने और साइबर सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।