जालंधर :  शिरोमणि अकाली दल (बादल) में अब बागियों पर सख्त एक्शन की तैयारी हो गई है। अकाली दल ने इस संबंध में अनुशासनिक कमेटी बनाई है। कमेटी ने मीटिंग के बाद साफ कर दिया कि अब पार्टी को कमजोर करने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अकाली दल में प्रधान सुखबीर बादल की लीडरशिप पर आवाज उठाई जा रही है। कई सीनियर नेता बागी तेवर दिखा रहे हैं। जिनमें प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, जगमीत बराड़ और विधायक मनप्रीत अयाली के नाम प्रमुख हैं।

अकाली दल को पंजाब में लगातार 2 बार चुनावी हार झेलनी पड़ी है। इस बार हार के बाद अकाली दल ने इकबाल झूंदा की अगुआई में कमेटी बनाई थी। जिसकी सिफारिश मानकर पार्टी का पूरा ढांचा बंद कर दिया गया। हालांकि सुखबीर बादल की प्रधानगी बरकरार है। इसके बाद बगावती सुर उठने शुरू हो गए। जिसके बाद शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने सिकंदर सिंह मलूका की अगुआई में अनुशासनिक कमेटी बना दी।

अनुशासनिक कमेटी के चेयरमैन सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि कोई भी संगठन अनुशासन के बगैर आगे नहीं बढ़ सकता। जो भी व्यक्ति पार्टी के खिलाफ पार्टी के बाहर जाकर बात करेगा, उसका मकसद पार्टी को कमजोर करना है। पार्टी में कुछ समय से अनुशासनहीनता की शिकायतें मिल रही हैं। इनकी जांच होगी। अगर कमेटी को आरोप सही लगे तो फिर उन्हें नोटिस जारी कर पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। संतुष्टिजनक जवाब न मिला तो फिर एक्शन लिया जाएगा।

 

 

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