दिल्ली: आज 12 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और गुरुवार है. आज मत्स्य द्वादशी है. मत्स्य द्वादशी के दिन मछलियों को दाना खिलाने से पूण्यं की प्राप्ती होती है. मत्स्य के रूप में श्री हरि ने पहला अवतार लिया था. यही वजह है कि हिंदू धर्म में मत्स्य द्वादशी का विशेष महत्व है.इस दिन व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में पुण्य की वृद्धि होती है. इसे पवित्रता और पुण्यलाभ के दिन के रूप में मनाया जाता है. आज किसी मंदिर में केले के पेड़ को जल से सींचें ये उपाय गुरु ग्रह को कुंडली में मजबूत करता है.ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.46 – सुबह 05.37
अभिजित मुहूर्त सुबह 11.54 – दोपहर12.36
गोधूलि मुहूर्त शाम 05.21 – शाम 05.48
विजय मुहूर्त दोपहर 01.59 – दोपहर 02.44
अमृत काल मुहूर्त
प्रात: 3.26 – सुबह 4.54, 13 दिसंबर
निशिता काल मुहूर्त रात 11.46 – प्रात: 12.41, 13 दिसंबरयमगण्ड – सुबह 7.05 – सुबह 8.22
गुलिक काल – सुबह 9.40 – सुबह 10.57
विडाल योग – सुबह 9.52 – सुबह 7.05, 13 दिसंबर
आज का उपाय
जिन लोगों की बौद्धिक क्षमता में कम हैं वो आज के दिन स्नान आदि के बाद, साफ कपड़े पहनकर देव गुरु बृहस्पति का ध्यान करते हुए उनके इस मंत्र का जप करें. मंत्र है- ‘ऊँ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः. इस उपाय को करने से बुद्धि में वृद्धि होती है, भाग्य का साथ मिलता है. ऐसी मान्यता है