चंडीगढ़: यह सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि केंद्रीय सिंघ सभा भवन, चंडीगढ़ में 26 अक्टूबर, 2024 को एक विशेष बैठक का आयोजन हुआ था जिसमें 70 देश के सभी छोर से आये प्रतिनिधि शामिल हुए विशेष तौर पर पंजाब से । यह तय किया गया कि देश भर में जाग्रुक्ता अभियान ताकि संविधान में दिये गये अल्पसंख्यक हकों को त्वरित लागू किया जाये । इस जागरुकता अभियान की शुरुआत प्रेस वार्ता जलंधर प्रेस क्लब में 26.11.2024 दिन मंगलवार : 12.30 बजे दोपहर की गई

भारत का संविधान भारत के लोगों से बराबरी न्याय और बंधुत्व के साथ हर नागरिक के मूल अधिकारों की गारन्टी करता है । धार्मिक एवं सांस्कृतिक जो अल्पसंख्यक के मूल भूत अधिकार हैं उनको सुरक्षित करने ताकि उनके इन अधिकारों पर कोई हस्तक्षेप न हो परंतु गत 75 वर्षों से पाया गया कि सिख और मुस्लिम क्योंकि उनकी अपनी पहचान है समय समय पर इसी कारण आघात पहुँचाया गया और यह चलन बढ़ता ही चला गया ।

हालांकि यह हालात तो आजादी से पहले ही ऐसे बनते गये जिससे अल्पसंख्यक विशेष तौर पर सिख और मुस्लिम ही निशाना बने, यह जो हिन्दू राष्ट्र का मुद्धा अपरोक्ष से उठा जिससे घृणा और हिंसा अपने पांव पसारने शुरू कर दिये, राजनीतिक लाभ उठाने के लिये भी यह टूल साबित हुआ 1984 का सि नरसंहार, 1992 से उठा बाबरी मस्जिद विध्वंस पर बवाल और 2002 के गुजरात मुस्लिम नरसंहार संविधान के मूल अधिकारों की धज्जियाँ उड़ा दी ।

यद्यपि संविधान का अब नये युग में प्रवेश हो गया है, आजादी सत्ता के गलियारों की मानसिकता पीड़ित हैं, सिख और मुस्लिम पर दबाव के लिये अघोषित बहुसंख्यक वाद खड़ा कर दिया, जातिवाद टूल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है, इसी सब कासे को देखते हुए यह जरूरी हो जाता है कि संयु प्रयास किया जाये ताकि ऐसे हालात से निपटा जा सके।

हम यह मानते हैं कि आप बहुत ही सम्वेदनशील भारतीय हैं, आपका इस प्रेस वार्ता में आपसी सम् और संवाद बढ़ेगा।

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