इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के 29 मेधावी डी फार्मेसी छात्रों ने सिविल अस्पताल हरोली और टाहलीवाल स्थित आमन मेडिकोज, एक प्रमुख कम्युनिटी फार्मेसी, का शैक्षिक दौरा किया, ताकि उन्हें फार्मेसी क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो सके। यह दौरा छात्रों को उनके अकादमिक जीवन से परे जाकर फार्मेसी के वास्तविक कार्यों और चुनौतीपूर्ण पहलुओं से परिचित कराने के लिए आयोजित किया गया था। यह अनुभव छात्रों के लिए उनके पेशेवर करियर के लिए एक अहम कदम साबित हुआ।
यह दौरा कॉलेज के शिक्षक और मार्गदर्शक डॉ. संदीप सिंह कालसी, श्री सौरव शर्मा, सुश्री शर्मिली और सुश्री प्रीति देवी के मार्गदर्शन में किया गया, जो छात्रों के साथ पूरे दिन की गतिविधियों में सक्रिय रूप से जुड़े रहे। इन शिक्षकों ने छात्रों को अस्पताल और फार्मेसी के कार्यों को समझने में सहायता दी, और उन्हें फार्मासिस्टों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान किया। छात्रों ने अस्पताल में रोगियों की देखभाल से लेकर दवाओं के वितरण तक के विभिन्न पहलुओं का अवलोकन किया और फार्मेसी के दैनिक कार्यों की वास्तविकता को समझा।
इस दौरे में छात्रों ने अस्पताल फार्मेसी और कम्युनिटी फार्मेसी के बीच अंतर को समझने के साथ-साथ उनके महत्व को भी महसूस किया। जहां एक ओर अस्पताल फार्मेसी में रोगी की देखभाल के लिए दवाओं का प्रबंधन और सही तरीके से वितरण किया जाता है, वहीं दूसरी ओर कम्युनिटी फार्मेसी में ग्राहकों को दवाइयाँ देने और उनकी चिकित्सा आवश्यकताओं के बारे में सलाह देना भी एक महत्वपूर्ण कार्य है। यह अनुभव छात्रों के लिए अत्यधिक लाभकारी था क्योंकि उन्होंने फार्मेसी के दोनों पहलुओं को समझा, जो भविष्य में उनके करियर के लिए उपयोगी हो सकता है।
इस प्रकार के व्यावहारिक दौरे छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि ये उन्हें उनके अध्ययन से इतर वास्तविक जीवन में फार्मेसी के कार्यों का अनुभव प्राप्त करने का मौका देते हैं। ये अनुभव छात्रों को फार्मेसी के क्षेत्र में अपने भविष्य के लिए स्पष्ट दिशा तय करने में मदद करते हैं। छात्रों को यह समझने का मौका मिलता है कि उनका ज्ञान केवल किताबों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी पढ़ाई को व्यावहारिक रूप से लागू करने का कौशल भी विकसित करना चाहिए।
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के प्रशासन, जिनका नेतृत्व कुलपति डॉ. संजय कुमार बहल और रजिस्ट्रार डॉ जगदेव सिंह राणा द्वारा किया जा रहा है, छात्रों को इस प्रकार के व्यावहारिक अध्ययन के अवसर प्रदान करने में हमेशा अग्रसर रहते हैं। विश्वविद्यालय की यह प्रतिबद्धता है कि छात्रों को ऐसे अवसर मिले, जिससे वे अपने भविष्य के करियर के लिए तैयार हो सकें। डॉ. संजय कुमार भाल ने इस यात्रा को छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बताते हुए कहा कि, “हमारा उद्देश्य छात्रों को सिर्फ शैक्षिक जानकारी देना नहीं, बल्कि उन्हें ऐसे अवसर प्रदान करना है जिनसे वे अपने पेशेवर जीवन के लिए जरूरी कौशल और अनुभव प्राप्त कर सकें। इस दौरे के माध्यम से छात्र फार्मेसी क्षेत्र की वास्तविकताओं से अवगत होंगे, जो उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
फार्मेसी स्कूल के डीन डॉ. मंडीप सिंह चड्ढा ने भी छात्रों को ऐसे अवसर प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। डॉ. चड्ढा ने कहा, “यह जरूरी है कि छात्र कक्षा में पढ़ाई के साथ-साथ वास्तविक दुनिया का अनुभव भी प्राप्त करें। इस तरह के दौरे छात्रों को अपने कौशल को बढ़ाने, अपनी विशेषज्ञता का स्तर ऊंचा करने और फार्मेसी के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करते हैं।” उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे इन अनुभवों का भरपूर उपयोग करें और भविष्य में एक सशक्त और जिम्मेदार फार्मासिस्ट बनने के लिए कड़ी मेहनत करें।
इस दौरे में छात्रों को न केवल फार्मेसी के दैनिक कार्यों का अवलोकन करने का अवसर मिला, बल्कि उन्होंने अपने विचार और प्रश्न भी चिकित्सकों और फार्मासिस्टों के सामने रखे। इससे छात्रों को न केवल सीखने का मौका मिला, बल्कि फार्मेसी के क्षेत्र में अपने भविष्य के करियर को लेकर उत्साह और आत्मविश्वास भी मिला।
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के द्वारा छात्रों को इस प्रकार के शैक्षिक और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने की यह पहल छात्रों के अकादमिक और व्यावसायिक जीवन में एक सकारात्मक बदलाव ला सकती है। कुल मिलाकर, यह दौरा छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, जो उन्हें फार्मेसी क्षेत्र के लिए और भी अधिक तैयार करेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि वे भविष्य में न केवल एक अच्छे फार्मासिस्ट बनें, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभा सकें।
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