इनोसेंट हार्ट्स में कक्षा प्री-नर्सरी से लेकर कॉलेज तक लोहड़ी व मकर संक्रांति का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों को लोहड़ी व मकर संक्रांति पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला गया। उन्हें बताया गया कि ये पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखने का अवसर प्रदान करते हैं। लोहड़ी पर्व पंजाबी रीति रिवाजों को पुनर्जीवित करने, एकजुटता, सौहार्द, पवित्रता के मूल्यों को विकसित करने का त्यौहार है, साथ ही यह यह रबी फसलों की कटाई और सर्दियों के दिनों की समाप्ति का प्रतीक है। जबकि मकर संक्रांति पूरे भारत में विभिन्न रूपों में मनाई जाती है। मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है, जो सर्दियों के अंत और लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है। बच्चों ने लोहड़ी पर्व पर लोक गीत प्रस्तुत किए और मकर संक्रांति पर्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए। प्री-प्राइमरी के नन्हे मुन्ने बच्चे पंजाबी वेशभूषा में सजकर आए। उन्होंने तथा उनके मेंटर्स ने पंजाबी लोकगीतों व ढोल की थाप पर खूब मस्ती की। विद्यार्थियों ने गिद्दा,भांगड़ा प्रस्तुत करते हुए पंजाबी विरासत को जीवंतता प्रदान की। इसके अतिरिक्त सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने लोहड़ी व मकर संक्रांति पर्व के महत्व पर अनुच्छेद लिखे।
इनोसेंट हार्ट्स कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन ने पारंपरिक पंजाबी कल्चर, भाईचारे की भावना, प्रेम और खुशी फैलाने के लिए लोहड़ी का त्योहार मनाया। इस अवसर पर लोकगीत ‘टप्पे’ व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
कक्षाओं में कक्षा मेंटर्स ने अपनी पंजाबी विरासत से बच्चों को अवगत करवाते हुए लोहड़ी का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व प्रेम व भाईचारे, संस्कृति व उल्लास का पर्व है, जो हमें समाज में एकता, सद्भावना तथा आपसी भाईचारे को बनाए रखने की प्रेरणा देता है।

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