जालंधर : हंसराज महिला महाविद्यालय, जालन्धर की छात्रावास
छात्राओं को ज्ञानार्जन, विकास एवं आत्मनिर्भर बनने, आत्मविश्वासी तथा
सामाजिक रूप से जिम्मेदार बनाने हेतु विशिष्ट मंच प्रदान करता
है। कॉलेज प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन जी ने बताया कि
तीन सौंदर्यतापूर्ण डिजाइन छात्रावास – ओजस्वी, कीर्ति एवं प्रगति हरे-
भरे, सुरक्षित, जीवंत वातावरण से घिरे हुए हैं। कला के
बुनियादी ढांचे की स्थिति एवं अत्याधुनिक सुविधाएं उचित ठहराव एवं
उचित संभावित स्मरण वातावरण प्रदान करने में श्रेष्ठ माहौल
प्रदान करती है।
छात्रावासी छात्राएं ए.सी. कमरे एवं अटैच बाथरूम युक्त रूमस में
रहती हैं। बाथरूम में अत्याधुनिक फिटिंग, गी•ार एवं क्रीमेटोरिअम
प्रदान किया जाता है। डॉ. सरीन जी ने बताया कि वाई-फाई युक्त
अलग कंप्यूटर लैब की भी व्यवस्था होस्टल में की गई है ताकि
स्टूडेंट्स अपने शिक्षण के साथ टैक्नॉलोजी एवं बाहरी विश्व से
संबंधित ज्ञान प्राप्त कर सके। होस्टल सैन्ट्रल पुस्तकालय की संध्या समय
में भी सुविधा प्रदान की गई है। इन्डोर जिम, योगा रूम, स्विमिंग पूल,
बैडमिंटन कोट्स एवं आऊटडोर स्पोटर्स सुविधाएं भी छात्राओं के
शारीरिक विकास हेतु प्रदान की जाती है।
छात्राओं की सुविधा के लिए ही कैम्पस में ए.टी.एम., ई-बैकिंग
लॉबी एवं यूटीलिटी स्टोर की भी व्यवस्था की गई है।
संस्था की बुटीक एवं सैलून छात्राओं को न्यूनतम कीमत पर सुविधा प्रदान
करने में सक्षम हैं। 24 घण्टे पावर बैकअप इलैक्ट्रिकल एवं सोलर
जैनरेटर की व्यवस्था भी उपलब्ध है। श्रीमती मीनाक्षी स्याल,
कोआर्डिनेटर रैजीडैंट स्कॉलर ने भी बताया कि हास्टल में
छात्राओं को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा भोजन प्रदान किया जाता है। मैस का
मैन्यू छात्राओं की इच्छानुसार समय-समय पर परिवर्तित भी होता
रहता है। संस्था की समर्पित होस्टल वार्डन टीम की ओर से
छात्राओं के अकैडमिक, कल्चरल, एक्स्ट्रा करिकुलम एवं सम्पूर्ण
व्यक्तित्व विकास में पूर्ण सहयोग दिया जाता है। श्रीमती स्याल ने कहा
कि हमारा उद्देश्य छात्राओं का सर्वांगीण विकास करना है।
आत्मरक्षात्मक कक्षाएं, ओरेनिक एवं फिटनैस कक्षाएं, मैडिटेशन
सैशन तथा युवा सशक्तिकरण कैम्प होस्टल कैम्पस के भीतर प्रदान किए
जाते हैं। छात्रावासी छात्राओंं हेतु विभिन्न पिकनिक एवं एजुकेशनल
टूर की भी व्यवस्था समय-समय पर की जाती है। प्रतियोगी परीक्षाओं के
लिए कक्षाओं – सी.ए.टी., नैट, बैकिंग सैक्टर, एस.एस.सी., सी.एल.ए.टी.,
एन.ई.ई.टी., जे.ई.ई. इत्यादि की व्यवस्था कालेज परिसर मे ही योग्यात्मक
राष्ट्रीय स्तरीय टीम द्वारा की जाती है। प्रो. डॉ. (श्रीमती) डॉ.
अजय सरीन ने बताया कि सभी छात्राएं एक परिवार की भांति सभी
त्योहार जैसे कि दीवाली, गुरुपर्व, जन्माष्टमी, शिवरात्रि, क्रिसमस,
लोहड़ी विशिष्ट उत्साह के साथ मनाते हैं। सुश्री मुस्करनम (हैड
गर्ल होस्टल) ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित विविध प्रतियोगिताएं
हमें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के अवसर प्रदान कर विशिष्ट
मंच प्रदान करती है। उसने कहा कि छात्राओं में हैड गर्ल, ज्वाइंट
हैड गर्ल, एसिस्टैन्ट हैड गर्ल एवं प्रोकोटरस जैसे हास्टल
प्रशासनिक कार्यों में प्रतिभागिता छात्राओं में प्रबन्धकीय कौशल उत्पन्न

करती हैं। यह 93 वर्ष पुरानी संस्था छात्राओं की प्रथम पसन्द है।
होस्टल में बिहार, उतराखण्ड, यू.पी., राजस्थान, दिल्ली, झारखण्ड,
हिमाचल प्रदेश, चण्डीगढ़, मध्य प्रदेश, मनीपुर, ज�मू व कश्मीर तथा
पंजाब के अन्य क्षेत्रों से छात्राएं आकर शिक्षा ग्रहण कर अपने
भविष्य को नए पंख प्रदान करती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ छात्राएं विदेश
से भी यहां आकर शिक्षा ग्रहण करती हैं। प्राचार्या प्रो. डॉ.
(श्रीमती) डॉ. अजय सरीन जी ने सभी अभिभावकों का उत्तरी भारत की इस
विशिष्ट संस्था पर अपना विश्वास बनाए रखने हेतु विशेष आभार व्यक्त
किया।

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