फगवाड़ा 28 अप्रैल (शिव कौड़ा) शहर के पूर्व मेयर अरुण खोसला तथा अकाली दल से संबंधित पूर्व पार्षदों सहित विपक्ष के चुनिंदा नेताओं द्वारा कोविड-19 कोरोना का हवाला देकर फगवाड़ा नगर निगम चुनाव रद्द करवाने की उठाई जा रही मांग का आज ब्लाक कांग्रेस फगवाड़ा शहरी प्रधान संजीव बुग्गा व पूर्व पार्षद रामपाल उप्पल सहित कांग्रेस के पूर्व पार्षदों ने करारा जवाब देते हुए कहा कि अकाली-भाजपा वाले कार्पोरेशन चुनाव से पहले ही हार मान बैठे हैं इसीलिए अब चुनाव रद्द करवाने के बहाने ढूंढ रहे हैं। संजीव बुग्गा ने तल्ख शब्दों में कहा कि पूर्व मेयर खोसला सहित विपक्ष के पूर्व पार्षदों ने यदि अखबारी ब्यानबाजी की जगह अपने कार्यकाल के दौरान वार्डों की सुध ली होती तो उन्हें चुनाव से भागने की नौबत नहीं आती। सारा शहर गवाह है कि विधायक बलविन्द्र सिंह धालीवाल ने सभी वार्डों का विकास बिना किसी पक्षपात के करवाया इसलिए फगवाड़ा वासी अकाली-भाजपा उम्मीदवारों की जमानतें जब्त करवाने के लिये तैयार बैठे हैं। संजीव बुग्गा के साथ मौजूद रहे पूर्व पार्षदों जतिन्द्र वरमानी, मनीष प्रभाकर, बंटी वालिया, अमरजीत सिंह के अलावा अविनाश गुप्ता बाशी, रवि गोबिंदपुरा ने भी कहा कि पिछले पांच महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं यदि भाजपा वालों को कोरोना फैलने की इतनी ही चिंता है तो सबसे पहले केन्द्र की मोदी सरकार से कह कर किसानों के हित में तीन काले कानून रद्द करवा कर उनके प्राणों की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि जब पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में चुनाव हो रहे थे तब भाजपाईयों ने चुनाव स्थगित करने की मांग क्यों नहीं उठाई? कांग्रेस पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि पहले एक प्रशासनिक अधिकारी की मिलीभगत से मतदाता सूचियों में नुक्ताचीनी करके फगवाड़ा कार्पोरेशन चुनाव में विलंब करवाया गया और अब कोरोना के बहाने चुनाव रद्द करने की मांग करने के पीछे भी अकाली-भाजपा नेताओं को दिन-रात सताने वाला हार का डर ही है।
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