जालंधर 27 नवंबर (नितिन कौड़ा ) :भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के पोस्टग्रेजुएट डिपार्टमेंट
ऑफ़ बॉटनी के द्वारा के.एम.वी. इंस्टीट्यूशंस इन्नोवेशन काउंसिल के सहयोग से पंजाब एग्रीकल्चरल
यूनिवर्सिटी, लुधियाना में एक एजुकेशनल ट्रिप का आयोजन करवाया गया जिसके तहत छात्राओं ने
फसल सुधार म्यूज़ियम तथा डॉ. उप्पल सॉइल साइंस म्यूज़ियम का दौरा किया. सबसे पहले, छात्राओं ने
फसल सुधार म्यूज़ियम का दौरा किया, जहां डॉ. सक्सेना ने विभाग के साथ-साथ संग्रहालय का विस्तृत
जानकारी दी और फसल सुधार के इतिहास, पौधों के प्रजनन में उपयोग की जाने वाली विभिन्न
तकनीकों के साथ-साथ विज्ञान और इनोवेशन के द्वारा हमारे भोजन के चित्र को दिए गए आकार के
बारे में जाना. इसके अलावा छात्राओं ने अनाज, छद्म अनाज, फलियां, कपास, सरसों, फ्लेक्स, अलसी
आदि की विभिन्न किस्मों के बारे भी जानकारी हासिल की. इस उपरांत छात्राओं ने डॉ. उप्पल सॉइल
साइंस म्यूज़ियम का भी दौरा किया जहां डॉ. विजयकांत सिंह ने छात्राओं को म्यूज़ियम के बारे में
बताया, तथा छात्राओं ने म्यूज़ियम के छ: स्तरों के बारे में जानकारी हासिल की जिनमें पहले तीन स्तर
मिट्टी को अन्य तीन स्तर मिट्टी की उर्वरता को दर्शाते हैं. संग्रहालय में, छात्राओं ने उत्तरी भारत की
मिट्टी के मानचित्र के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ-साथ मिट्टी एवं जल संरक्षण तथा भारत
में उत्पन्न होने वाली विभिन्न नदियों के बारे में भी जाना. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा
द्विवेदी ने छात्राओं के लिए इस ज्ञानवर्धक दौरे के आयोजन के लिए बॉटनी विभाग के द्वारा किए गए
प्रयत्नों की प्रशंसा की. उल्लेखनीय है कि इस ट्रिप के दौरान बॉटनी विभाग के प्राध्यापकों श्रीमती शिखा
वशिष्ठ, डॉ. संदीप कौर और सुश्री निशा ने छात्राओं का नेतृत्व किया.

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