भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर में 9वीं एकेडमिक काउंसिल मीटिंग का आयोजन करवाया गया. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी की अध्यक्षता में आयोजित हुई इस मीटिंग में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के ह्यूमन जेनेटिक्स विभाग से प्रोफेसर डॉ. वसुधा संभ्याल, बोटैनिकल एंड एनवायरनमेंट साइंस विभाग से प्रोफेसर डॉ. रजिंदर कौर एवं डॉ. रेनू भारद्वाज, शिक्षा विभाग से प्रोफेसर डॉ. दीपा सिकंद कोअतस के अलावा साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग, नई दिल्ली से डॉ. उमेश कुमार, साइंटिस्ट एफ, यू.जी.सी., नई दिल्ली से शिक्षा अफसर डॉ. निखिल कुमार के साथ-साथ विभिन्न विभागों के डीन एवं अध्यक्षों ने शिरकत की. मीटिंग के दौरान जानकारी देते हुए प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने बताया कि शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध संस्थान कन्या महा विद्यालय प्रतिदिन सफलता के नए आयाम स्थापित कर रहा है. ऑटोनॉमस दर्जे के अंतर्गत कन्या महा विद्यालय के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बदलाव एवं सुधारो को एकेडमिक काउंसिल के सदस्यों के द्वारा खूब सराहा गया. इस मीटिंग के दौरान कई ज़रूरी निर्णय लिए गए जिनमें से भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के अनुसार के.एम.वी. के द्वारा 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम को शुरू करने का निर्णय लिया गया. इस प्रोग्राम में छात्राओं को मल्टीपल एंट्री तथा एग्जिट की सुविधा होगी. इसके तहत 3 वर्ष पूरे होने पर विद्यार्थी मेजर सब्जेक्ट में ग्रेजुएट होंगे. 4 वर्ष पूरे होने पर विद्यार्थी मेजर सब्जेक्ट अथवा रिसर्च में ऑनर्स डिग्री प्राप्त करेंगे तथा 5 वर्ष पूरे होने पर विद्यार्थियों को मास्टर्स डिग्री प्राप्त होगी. इसके अलावा इस मीटिंग के दौरान कॉलेज की क्रेडिट पॉलिसी पर आधारित ऑर्डिनेंस महिलाओं पर केंद्रित सुधारों के साथ विचार विमर्श के उपरांत पास किया गया. दूसरे महत्वपूर्ण निर्णय में कन्या महा विद्यालय के द्वारा वैश्विक मार्केट की मांग को ध्यान में रखते हुए दो नए प्रोग्राम एम.एस.सी. इकोनॉमिक्स तथा बी.बी.ए. इन एयरलाइंस एंड एयरपोर्ट मैनेजमेंट की शुरुआत के संबंध में लिया गया. इन दो बड़े फैसलों से कन्या महा विद्यालय इन प्रोग्रामों की शुरुआत करने वाला क्षेत्र का इकलौता कॉलेज होगा. डायबिटिक एजुकेटर का नया सर्टिफिकेट कोर्स भी मौजूदा समय की मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया. बी.एस.सी. फैशन डिज़ाइनिंग प्रोग्राम में महत्वपूर्ण बदलाव लाते हुए एनिमेशन विभाग के साथ मिलकर एक मल्टीडिसीप्लिनरी अप्रोच के रूप में 3डी एनीमेशन पर आधारित दो कोर्स शुरू किए गए. उल्लेखनीय है कि कन्या महा विद्यालय में पहले से ही 26 अंडर ग्रैजुएट प्रोग्राम, 21 पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम, 5 डिप्लोमा कोर्सेज तथा 28 सर्टिफिकेट कोर्सेज सफलतापूर्वक चलाए जा रहे हैं. सभी अंडर ग्रैजुएट प्रोग्राम जैसे कि बी.ए., बी.एस.सी., बी.कॉम इत्यादि को 20% इंटरनल एसेसमेंट के साथ क्रेडिट बेस्ड कंटिन्यूस इवैल्यूएशन ग्रेडिंग सिस्टम के अंतर्गत रखा गया है जबकि सभी मास्टरज़ प्रोग्राम एवं बी. वॉक प्रोग्राम पहले से ही क्रेडिट सिस्टम में सफलतापूर्वक चलाए जा रहे हैं. यू.जी.सी. निर्देशों के तहत कन्या महा विद्यालय उन सभी छात्राओं को एक ही समय पर दो अंडर ग्रेजुएट डिग्री हासिल करने की अनुमति प्रदान करने में भी सक्षम होगा जो यू.जी.सी. द्वारा दी गई सभी शर्तों को पूरा करती होंगी. इसके साथ ही विद्यालय की छात्राएं अपनी मूकस क्रेडिट को टोटल क्रेडिट में भी ट्रांसफर कर सकती हैं. मैडम प्रिंसिपल ने यह भी बताया कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्टैंडरडज़ के अनुसार संस्था के द्वारा किए गए यह सभी सुधार छात्राओं को वैश्विक स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाने एवं उन्हें ग्लोबल एजुकेशन सिस्टम में सम्मिलित होने में मददगार साबित होंगे. इसके साथ ही उन्होंने डॉ. गोपी शर्मा, इंचार्ज, ऑटोनॉमी, श्रीमती परमिंदर कौर, कोऑर्डिनेटर, आई.कयू.ए.सी. तथा मैडम हरदीप कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन के साथ-साथ विद्यालय की अकेडमिक काउंसिल के सदस्यों द्वारा किए जाते प्रयत्नों की सराहना की.

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