जम्मू :जम्मू-कश्मीर में अबकी बार अब्दुल्ला सरकार के आसार दिख रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है. जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर काउंटिंग जारी है. चुनाव आयोग की वेबसाइट ने भी कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बहुमत दे दिया है. जम्मू-कश्मीर के रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन 48 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा 27 सीटों पर लीड कर रही है. बहुमत के लिए 45 सीटों की जरूरत थी, जिसे कांग्रेस-एनसी ने पार कर लिया है. जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई. वोटिंग के लिए जम्मू-कश्मीर के सभी 20 मतगणना केंद्रों और जिला मुख्यालयों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था है. साल 2019 में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है. एग्जिट

ECI यानी चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और एनसी गठबंधन को बहुमत मिल गया है. कौन-कितनी सीटों पर आगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस- 39
भाजपा-28
कांग्रेस-8
पीडीपी-3

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस जीत का स्वाद चखती नजर आ रही है. कांग्रेस-एनसी गठबंधन को रुझानों में बहुमत मिल गया है. इसका असर अब कांग्रेस दफ्तरों में दिखने लगा है. कांग्रेस मुख्यालय में जीत का जश्न अभी से ही मनाया जाने लगा है. कांग्रेस हेडक्वार्टर में राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं. इतना ही नहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली में पटाखे उड़ाकर अपना जश्न मना रहे हैं. कार्यकर्ता एक-दूसरे को जलेबी-मिठाई खिला रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं. एनसी-कांग्रेस गठबंधन फिलहाल 50 सीटों पर आगे चल रहा है. वहीं, भाजपा 24 सीटों पर लीड कर रही है. अन्य 12 सीटों पर तो पीडीपी 4 सीटों पर आगे है. हालांकि, अभी ये फाइनल नतीजे नहीं हैं. रुझान में आगे पीछे अभी होते रहेंगे.

विधानभा चुनाव के रुझानों की मानें तो जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला सरकार बनती दिख रही है. जम्मू-कश्मीर में एनसी-कांग्रेस का गठबंधन है और इस गठबंधन ने कमाल कर दिया है. रुझानों में कांग्रेस-एनसी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. अभी 52 सीटों पर यह गठबंधन लीड कर रहा है. भापा 25 सीटों पर आगे है. पीडीपी 3 सीटों पर तो अन्य 10 सीटों पर आगे है.

जम्मू-कश्मीर में एग्जिट पोल फेल साबित होते दिख रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. 90 सीटों पर कांग्रेस-एनसी गठबंधन 53 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा 24 सीटों पर आगे चल रही है. जम्मू-कश्मीर में बहुमत के लिए 45 सीटों की जरूरत होती है. कुल सीटों की संख्या 90 है.

जम्मू-कश्मीर में एग्जिट पोल ने हंग असेंबली का संकेत दिया था, मगर रुझान उसके उलट संकेत दे रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-एनसी गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार कर चुका है. रुझानों में कांग्रेस-एनसी 48 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा 27 सीटों पर पीछा कर रही है. पीडीपी 5 और अन्य 10 सीटों पर आगे है.

जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों के रुझान आ गए हैं. अब तक के रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. एनसी-कांग्रेस गठबंधन 46 सीटों पर तो भाजपा 27 पर आगे चल रही है. अन्य 12 सीटों पर तो पीडीपी 5 पर आगे है. रुझानों की मानें तो जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला सरकार के संकेत ह

जम्मू-कश्मीर में क्या अभी खेल बाकी है? रुझानों में कुछ ऐसे ही संकेत दिख रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में एनसी-कांग्रेस गठबंधन बहुमत से महज एक कदम दूर है. 90 सीटों के रुझान आ गए हैं. कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलता दिख रहा है. कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 44 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि भाजपा 29 सीटों पर आगे है. पीडीपी 5 और अन्य 12 सीटों पर आगे है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के शुरुआती रुझानों में अब भाजपा और कांग्रेस-एनसी के बीच गैप बढ़ता जा रही है. शुरुआती रुझानों में एनसी-कांग्रेस गठबंधन 41 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा 28 सीटों के साथ पीछा कर रही है. पीडीपी 5 और अन्य 12 सीटों पर आगे है. अब तक 86 सीटों के रुझान आ गए हैं.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के लिए वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में एनसी-कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर दिख रही है. अब तक 75 सीटों के रुझान सामने आए हैं. एनसी-कांग्रेस गठबंधन जहां 34 सीटों पर लीड कर रहा है, जबकि भाजपा 28 सीटों पर पीछा कर रही है. अन्य अभी 11 सीटों पर है. एग्जिट पोल ने हंग असेंबली का संकेत दिया था. रुझान भी कुछ उसी तरह का संकेत दे रहे हैं. अब देखने वाली बात होगी कि जम्मू-कश्मीर में मामला फंसता है या नही

जम्मू-कश्मीर के लिए एग्जिट पोल क्या गलत साबित होंगे? जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर चल रही है. भाजपा अंगद के पांव की तरह पैर जमाती दिख रही है. 71 सीटों के रुझान सामने आए हैं, जिसमें कांग्रेस 31 और भाजपा 26 पर आगे चल रही है. अन्य अभी 26 सीट पर आगे है, जबकि पीडीपी 4 पर है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के लिए वोटों की गिनती जारी है. अभी तक जम्मू-कश्मीर में 40 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं. कांग्रेस-एनसी गठबंधन जहां 18 तो भाजपा 15 सीटों पर आगे है. अन्य 5 सीटों पर लीड कर रहा है. वहीं, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी का भी खाता खुल गया है. रुझानों में पीडीपी दो सीटों पर लीड कर रही है

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के लिए वोटों की गिनती जारी है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के लिए 19 सीटों के रुझान आ गए हैं. इनमें से कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन और भाजपा में कांटे की टक्कर दिख रही है. एनसी-कांग्रेस गठबंधन 9 सीटों पर है, जबकि भाजपा 7 सीटों पर आगे चल रही है. अन्य के 2 सीटों पर आगे है

जम्मू-कश्मीर में वोटों की गिनती शुरू होने के साथ ही शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. जम्मू-कश्मीर में पहला रुझान भाजपा के पक्ष में आया है. जम्मू-कश्मीर के शुरुआती रुझानों में भाजपा दो सीटों से आगे चल रही है. अब तक कांग्रेस-एनसी का खाता नहीं खुला है.

म्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बाजी किसके हाथ लगेगी, अब से कुछ देर में यह फैसला हो जाएगा. जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती शुरू हो गई है. सबसे पहले पोस्टल बैलट से वोटों की गिनती हो रही है. जम्मू-कश्मीर चुनाव रिजल्ट का पहला रुझान आ गया है. जम्मू-कश्मीर के पहले रुझान में भाजपा एक सीट पर आगे चल रही है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट का समय अब आ गया. काउंटिंग की पूरी तैयारी हो चुकी है. अब से कुछ देर में वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. आठ बजते ही पहला रुझान आ जाएगा. एग्जिट पोल में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को बढ़त है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के सभी लेटेस्ट अपडेट्स के लिए बने रहिए.

जम्मू-कश्मीर में अब से कुछ देर में वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. वोटों की गिनती से पहले जम्मू पूर्व विधानसभा सीट से पीडीपी उम्मीदवार आदित्य गुप्ता ने कहा कि हम इंतजार कर रहे हैं. हमें एक्जिट पोल से बेहतर नतीजे आने की उम्मीद है. पीडीपी की सरकार बने

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बस कुछ देर में रुझान आने वाले हैं. जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों में किसी तरह का खेला न हो, इसके लिए कांग्रेस पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रही है. वोटों की काउंटिंग से पहले मतगणना स्थल पर कांग्रेस कार्यकर्ता डटे हुए हैं. साथ ही कांग्रेस हेडक्वार्टर पर कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से ही जुट चुके हैं.

सूत्रों की मानें तो हंग असेंबली की स्थिति में भाजपा दूसरे दलों, निर्दल‍ियों और बागी उम्मीदवारों को साधने की कोशिश तभी करेगी, जब उसे सरकार बनाने के आसार नजर आएंगे. वहीं जम्मू कश्मीर एलजी के द्वारा नामित किए जाने वाले पांच विधायक सरकार गठन में अहम भूमिका निभा सकते हैं. मनोनीत सदस्य निर्वाचित विधायकों के बराबर काम करते हैं और उन्हें वोटिंग का अधिकार होता है। ऐसे में इनकी भूमिका किंगमेकर की हो सकती है

जम्मू-कश्मीर के अखनूर से बीजेपी उम्मीदवार मोहनलाल पहले पहले SSP थे. आईएएस ऑफिसर मोहन लाल प्रशासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में आए हैं और अब बीजेपी से उम्मीदवार हैं. न्यूज 18 से खास बातचीत में उन्होंने दावा किया कि इस बार जम्मू-कश्मीर में बीजेपी सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनेगी और बीजेपी की सरकार बन रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की योजनाओं से प्रेरित होकर वह प्रशासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में आए हैं और पीएम मोदी के मार्गदर्शन में विकास कार्य आगे बढ़ाएंगे.

म्मू-कश्मीर में अबकी बार अब्दुल्ला सरकार के आसार दिख रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है. जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर काउंटिंग जारी है. चुनाव आयोग की वेबसाइट ने भी कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बहुमत दे दिया है. जम्मू-कश्मीर के रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन 48 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा 27 सीटों पर लीड कर रही है. बहुमत के लिए 45 सीटों की जरूरत थी, जिसे कांग्रेस-एनसी ने पार कर लिया है. जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई. वोटिंग के लिए जम्मू-कश्मीर के सभी 20 मतगणना केंद्रों और जिला मुख्यालयों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था है. साल 2019 में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है. एग्जिट पोल में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिलने का अनुमान था. तो चलिए जानते हैं जम्मू-कश्मीर में जीत का सेहरा किसके सिर सजेगा?

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