23 मई () जैविक संसाधनों की रक्षा व महत्व के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए डिप्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन रड़ा मोड़ में अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया गया। इस मौके पर ट्री फोटो गतिविधि का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने अपने घर में या आस-पास पाए जाने वाले अपने पसंदीदा पौधो के बारे में जानकारी दी।

इस दौरान विद्यार्थियों ने किचन गार्डन में पाए जाने वाले लेमन ट्री, गार्डन में पाए जाने वाले अमरूद, नीम, लेमनग्रास, बेजिललीफ, लेवेंडर, एलोवीरा आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह पौधे हमारे जीवन और स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। पौधे धरती पर जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए जैव विविधता का सरंक्षण बहुत ही जरूरी है।

बच्चों ने कहा कि जैव विविधता का मतलब हमारे आसपास का वातावरण और उसमें रहने वाले जीव-जंतु, पेड़-पेधे, वनस्पति, कीड़े-मकौड़े यानि सभी सजीव वस्तुएं जो हमारे आस-पास हैं और उनमें मानव एक केंद्र के रूप में स्थापित है। धरती पर करोड़ों सालों से महासागरों की गहराई से लेकर पर्वतों के शिखरों, मरूस्थल, मैदानो, नदियों में लाखों प्रकार के जीव-जंतु, वनस्पति, जीवाणु आदि पाए जाते हैं। इन सभी की विविधता ही जैव विविधता कहलाती है।

प्रिंसिपल डॉ.ज्योति गुप्ता ने कहा कि कुछ सालों से जैव विविधता का संतुलन बिगड़ रहा है। बदलते परिवेश में पर्यावरण संतुलन के लिए हमें प्रकृति और पशु-पक्षियों का धरती पर एक साथ अस्तित्व बनाए रखना बहुत जरूरी है। जैव विविधता की कमी से बाढ़, सूखा और तूफान आदि जैसी प्राकृतिक आपदा का खतरा बढ़ जाता है।

 

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