सितंबर () विश्व साक्षरता दिवस पर डिप्स स्कूल में बच्चों के करियर को
संवारने और जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा के महत्व के बारे में बताया
गया। विद्यार्थियों ने पोस्टर, पीपीटी के माध्यम से जीवन में शिक्षा और भारत
में साक्षरता दर के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर संगोष्ठी का आयोजन
किया गया जिसमें सीनियर कक्षाओं ने भाग लेकर बताया कि अब तक भारत
में किस कमी के कारण शिक्षा का स्तर अच्छा नहीं है और किस तरह से भारत
में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाया जा सकता है । भारत के अधिकतर लोग
गांव में रहते है जहां पर गरीबी आदि कारणों के कारण बच्चे शिक्षा हासिल नहीं
कर पाते है।
टीचर्स द्वारा नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने बताया
कि निरक्षर को किस तरह से साक्षर बनाया जा सकता है। शिक्षा के बिना
जिदंगी अधूरी होती है। बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा
कि बच्चे देश के भविष्य होते है और हर बच्चे को शिक्षा हासिल करने का
अधिकार है।
प्रिंसिपल्स ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपनी किताबों को कभी
भी फैकना या खराब नहीं करना चाहिए बल्कि इन किताबों को उन बच्चों को
देना चाहिए जिन्हें पढ़ने का शौंक है और जो आर्थिक रूप से कमजोर हो। इससे
समाज का हर बच्चा शिक्षित हो सकता है।

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