डीएवी कॉलेज जालंधर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिनेश अरोड़ा ने दो ई-लर्निंग मॉड्यूल विकसित किए।
स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग, डीएवी कॉलेज जालंधर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिनेश अरोड़ा ने दो ई-लर्निंग मॉड्यूल विकसित किए हैं। ये मॉड्यूल भारत सरकार के ‘स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव-लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स’ (एसडब्ल्यूएवाईएएम) प्रोजेक्ट के तहत चार-चतुर्थांश दृष्टिकोण के अनुसार विकसित किए गए थे, जो शिक्षार्थियों को मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (मूक) प्रदान करता है। डॉ. दिनेश अरोड़ा ने एजुकेशनल मल्टीमीडिया रिसर्च सेंटर (ईएमआरसी), पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला में “शासन में प्रशासनिक नैतिकता” शीर्षक वाले कोर्स में दो मॉड्यूल विकसित और वितरित किए। ये दो मॉड्यूल “सत्याग्रह का गांधीवादी दर्शन” और “सत्य और अहिंसा पर गांधी का दृष्टिकोण” हैं। ये मॉड्यूल अब शिक्षा मंत्रालय की एसडब्ल्यूएवाईएएम परियोजना का एक अभिन्न अंग हैं।
प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने सरकार के एसडब्ल्यूएवाईएएम एमओओसीएस प्रोजेक्ट में योगदान के लिए डॉ. दिनेश अरोड़ा को बधाई देते हुए कहा कि डीएवी कॉलेज जालंधर लगातार विकसित शिक्षा प्रणाली की बदलती वास्तविकताओं के साथ आगे बढ़ रहा है ताकि प्रत्येक छात्र को ‘वैश्विक’ छात्र बनाया जा सके। इंटरनेट और डिजिटल उपकरणों की व्यापक उपलब्धता के साथ, ई-लर्निंग एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है। दो ई-लर्निंग मॉड्यूल का विकास कॉलेज के उत्कृष्ट संकाय का प्रमाण है। एनपीटीईएल लोकल चैप्टर की इंचार्ज डॉ. सीमा शर्मा ने भी डॉ. दिनेश अरोड़ा को बधाई दी और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। वरिष्ठ उप-प्राचार्य डॉ. एस के तुली, उप-प्राचार्य डॉ. कुंवर राजीव और रजिस्ट्रार प्रो. सोनिका दानिया ने भी भारत सरकार के स्वयम् मूक्स प्रोजेक्ट में इस अकादमिक योगदान के लिए डॉ. दिनेश अरोड़ा को बधाई दी।

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।