जालंधर: स्टूडेंट एडवाइजरी और वेलफेयर कौंसिल (एसएडब्ल्यूसी), डीएवी कॉलेज जालन्धर ने विद्यार्थियों की नेतृत्व क्षमता, उत्कृष्टता और उनकी सब्जेक्ट सोसायटीज़ में योगदान हेतु सम्मानित करने के लिए “अद्वितीय श्रेष्ठ फेस्टिविटी” कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र नेतृत्व की सराहना करना, सब्जेक्ट सोसाइटी में किए गए योगदान को मान्यता देना और छात्रों को उद्यमिता की ओर प्रेरित करना था। इस कार्यक्रम हर विषय से दो-दो छात्रों को “एसएडब्लूसी एक्सएम्प्लेरी लीडरशिप अवार्ड” से भी सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में पुखराज हेल्थकेयर के मैनेजिंग डायरेक्टर स. सुखजीत सिंह चीमा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जिनका स्वागत प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार, वरिष्ठ उप-प्राचार्य डॉ. एस. के. तुली, उप-प्राचार्य डॉ. कुँवर राजीव, रजिस्ट्रार प्रो. सोनिका दानिया, एलएसी सदस्य डॉ. नवीन सूद, और स्टूडेंट कौंसिल के डीन प्रो. मनीष खन्ना ने किया।
अपने स्वागत भाषण में प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने मुख्य अतिथि स. सुखजीत सिंह चीमा की प्रेरणादायक यात्रा की सराहना की। उन्होंने बताया कि स. चीमा ने अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने का सफर तय किया। डॉ. राजेश कुमार ने उनके संघर्ष, समर्पण और दूरदृष्टि की प्रशंसा की। इसके अलावा, डॉ. कुमार ने एसएडब्लूसी के प्रयासों की भी सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को नई दिशा देते हैं, जिससे वे अपने कार्यों में और अधिक उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। उन्होंने छात्रों को इस अवसर का लाभ उठाने और अपने जीवन में बेहतरी के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि स. सुखजीत सिंह चीमा ने अपनी जीवन यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए विद्यार्थियों को उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रखने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने जीवन की कठिनाइयों और असफलताओं को अवसरों में बदलकर सफलता हासिल की। अपने संदेश में स. चीमा ने कहा कि हर असफलता एक नई शुरुआत का संकेत है, और असली सफलता उन लोगों को मिलती है जो न केवल जोखिम उठाते हैं, बल्कि उन असफलताओं से सीखने का प्रयास करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से यह भी आग्रह किया कि वे पारंपरिक करियर मार्गों से बाहर जाकर उद्यमिता की दिशा में सोचें। उनका कहना था कि वर्तमान समय में जब तकनीकी और विचारों की नई लहर चल रही है, तो केवल वही लोग सफलता प्राप्त करेंगे जो साहसिक कदम उठाकर नये रास्तों पर चलने का जोखिम लेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को एक मजबूत नेटवर्क बनाने, दूसरों से सीखने और अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिन मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
स्टूडेंट कौंसिल के डीन प्रो मनीष खन्ना ने कहा कि ‘अद्वितीय श्रेष्ठ फेस्टिविटी’ कार्यक्रम करवाने से छात्र केवल अपनी पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि अपनी सोसाइटीज में भी उत्कृष्टता के प्रतीक बन सकते हैं। यह आयोजन विद्यार्थियों को न केवल अपने उद्देश्यों को हासिल करने की प्रेरणा देता है, बल्कि उन्हें नेतृत्व और समाज सेवा की ओर भी अग्रसर करता है। इस समारोह में कॉलेज के सभी विभागाध्यक्ष और सब्जेक्ट सोसाइटी क्लबों के प्रेसिडेंट्स की उपस्थिति भी रही।