जालन्धर :डीएवी कॉलेज, जालंधर के पीजी भौतिकी विभाग के भौतिकी संघ ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने के लिए
एक ज्ञानवर्धक विस्तार व्याख्यान आयोजित किया। इस कार्यक्रम में पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के
भौतिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. करमजीत सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। इस कार्यक्रम
का उद्देश्य देश के युवाओं को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोगों की संभावनाओं के प्रति प्रेरित करना
था। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 समारोह के हिस्से के रूप में पंजाब राज्य विज्ञान और
प्रौद्योगिकी परिषद के दिशा-निर्देशों के तहत मनाया गया। भौतिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुंवर राजीव ने डॉ.
करमजीत सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके विशिष्ट करियर और क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय
उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। सत्र की शुरुआत मे प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार ने अंतरिक्ष मिशनों के महत्व
और मानवता के लिए उनके लाभों को रेखांकित किया।
डॉ. करमजीत सिंह ने बिग बैंग सिद्धांत से शुरू करते हुए सौर मंडल के विकास के व्यापक अवलोकन के साथ
अपना व्याख्यान शुरू किया। इसके बाद उन्होंने भारत के अंतरिक्ष अभियानों के इतिहास और विकास की
विस्तृत जानकारी दी गई कि कैसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने न केवल भारत की अंतरिक्ष
क्षमताओं को उन्नत किया है, बल्कि संचार और नेविगेशन सहित विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए अपने उपग्रहों
को लॉन्च करके अन्य देशों का भी समर्थन किया है। उन्होंने चंद्रयान-3 जैसे महत्वपूर्ण मिशनों की गहन चर्चा
की, जहाँ उन्होंने पेलोड और क्रायोजेनिक चरण सहित विभिन्न घटकों का विवरण दिया। उन्होंने पृथ्वी की
कक्षा से चंद्र की कक्षा तक की यात्रा को बारीकी से समझाया और सॉफ्ट लैंडिंग की अवधारणा को स्पष्ट किया।
इसके अलावा, उन्होंने सफल आदित्य-एल1 मिशन पर चर्चा की, जिसने सूर्य का अध्ययन करके भारत के
अंतरिक्ष अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
कार्यक्रम में एक पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न कक्षाओं के 22 से अधिक
छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस गतिविधि ने न केवल छात्रों के ज्ञान को उजागर किया, बल्कि जटिल
विचारों को दृश्य रूप से संप्रेषित करने की उनकी क्षमता को भी उजागर किया। पोस्टर प्रस्तुति का मूल्यांकन
डॉ. सतीश कुमार, डॉ. शरणजीत संधू और डॉ. नवजीत शर्मा ने किया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. शरणजीत संधू, डॉ. नवजीत शर्मा, डॉ. रीना, डॉ. रविंदर कौर, डॉ. प्रीति, डॉ. रितु पाल, डॉ.
सुनील ठाकुर, प्रो. राहुल सेखरी, डॉ. शिवानी और फिजिक्स एसोसिएशन के प्रोफेसर इन-चार्ज डॉ. सुमित
सहित संकाय सदस्यों की सक्रिय भागीदारी ने इसे समृद्ध किया। डॉ. सतीश ने धन्यवाद ज्ञापित करके सत्र
का समापन किया।

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