जालंधर, 9 अप्रैल
ज़िले में कोविड -19 महामारी को और फैलने से रोकने के लिए टीकाकरण में तेज़ी लाई गई है और पिछले तीन में प्रतिदिन की सब से अधिक टीकाकरण करके जालंधर वैक्सीनेशन में पंजाब में सब से प्रमुख जिला बना है।ज़िला प्रशास्निक कंपलैक्स में कोविड से सम्बन्धित केंद्रीय टीम, जिस में डा. शुभानगी और डा. मनीष कुमार शामिल थे, के साथ डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने मीटिंग करते बताया कि जालंधर की तरफ से 6 अप्रैल को 14080, 7 अप्रैल को 11345 और 8 अप्रैल को 15473 टीकाकरण करके राज्य में टाप पोज़िशन प्राप्त किया है जबकि अब तक कुल 1,80450 टीकाकरण से जालंधर पंजाब में दूसरे स्थान पर है।उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 7,98,139 कोविड टैस्ट किये गए हैं और एक्टिव मामलों को एकांतवास करने के इलावा पोजिटिव व्यक्तियों के संपर्क की सैंपलिंग को भी विश्वसनीय बनाया गया है। इस के इलावा जालंधर एन.आर.आई. बैल्ट में से होने के कारण एन.आर.आईज़ की टेस्टिंग पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है जिससे महामारी के कारण होने वाली मौत दर पर नियंत्रण पाया जा सके।उन्होंने बताया कि ज़िले में समूचे जिलों से अधिक स्तर -2 और स्तर -3 बैड उपलब्ध हैं, जिन 1113 स्तर -2 और 422 स्तर -3 बैड शामिल हैं। इस के इलावा लोगों में से टेस्टिंग के डर को दूर करके उनको टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करने के लिए बड़े स्तर पर मुहिम चलाई जा रही है, जिसके सार्थक नतीजे सामने आ रहे हैं और पोजिटिव दर और मौत दर में कमी आई है।इस के इलावा पुलिस द्वारा मास्क, सामाजिक दूरी समेत अन्य कोविड प्रोटोकोलज़ का उल्लंघन करने वालोंके चालान भी किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मास्क न पहनने पर95619 चालान किये गए हैं और
उल्लंघन करने वालों के पास से 5,06,97,100 रुपए जुर्माने के तौर पर वसूले गए हैं। इसी तरह थूकने, घरेलू एकांतवास का उल्लंघन करने, सामाजिक दूरी कायम न रखने पर चालान भी जारी किये गए हैं।उन्होंने आगे बताया कि जिले में मुख्य सर्वोत्त्म अभ्यासों के तौर पर कोविड बैंडों और वैंटीलेटरों की रियल टाईम इन्फर्मेशन jalandhar.nic.in पर उपलब्ध है। इसी तरह हैल्पलाइन नंबर 2224417 कोविड कंट्रोल रूम की तरफ से रोज़मर्रा की Jalandhar.nic.in पर उपलब्ध ऐंबूलैंसों और मोरचरी वैन की रियल टाईम इन्फर्मेशन की निगरानीकी जाती है। इस के इलावा कोविड से सम्बन्धित प्रतिदिन की जानकारी फेसबुक्क और मीडिया बुलेटिन समेत सांझी की जाती है।उन्होंने कहा कि राज्य और जिले की तरफ से ‘अदृश्य दुश्मन ’ के विरूद्ध जंग लड़ी जा रही है और आधिकारियों द्वारा सख़्त ड्यूटी निभाई जा रही है।मीटिंग में अन्य के इलावा अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) विशेष सारंगल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जनरल) जसबीर सिंह, सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह, डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा. ज्योति शर्मा, मैडीकल सुपरडंट परमिन्दर कौर, ए.सी.एस. वरिन्दर कौर, ऐपीडेमेलोजिस्ट गूँजन हालां, डी.आई.ओ. राकेश कुमार चोपड़ा, डी.एफ.डब्ल्यू.ओ. डा. रामा कुमार गुप्ता और अन्य मौजूद थे।इसके उपरांत केंद्रीय टीम में शामिल डाक्टरों की तरफ से सिविल अस्पताल में मैडीकल सुपरडंट समेत मैडीकल स्टाफ के साथ मीटिंग करने के उपरांत सिविल अस्पताल में स्थित वैक्सीनेशन साइट का दौरा किया गया वहां अबज़रवेशन में बैठे टीका लगवाने वाले व्यक्तियों के साथ बातचीत की। इसके बाद उन्होंने आक्सीजन पलांट, ट्रूनैट्ट लैब और फ्लू कार्नर का दौरा किया और वहां मौजूद स्टाफ से सैंपलिंग और कोविड प्रोटोकोल सम्बन्धित जानकारी प्राप्त की।