पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के कॉस्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट ने इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के सहयोग से “इनोवेशन डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी रेडीनेस लेवल (टीआरएल) की प्रक्रिया और लैब टेक्नोलॉजीज और टेक ट्रांसफर के व्यावसायीकरण” पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य छात्रों को विचार से लेकर व्यावसायीकरण तक इनोवेशन की यात्रा के बारे में बताना था।

अतिथि वक्ता, श्रीमती गायत्री (सहायक प्रोफेसर, कॉस्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट, आर्य कन्या महाविद्यालय, जालंधर) ने इनोवेशन प्रक्रिया में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की, जिसमें विचार निर्माण, अनुसंधान और विश्लेषण, अवधारणा विकास, कार्यान्वयन, लॉन्चिंग, प्रचार और प्रतिक्रिया शामिल है। उन्होंने टेक्नोलॉजी रेडीनेस लेवल (टीआरएल) के बारे में विस्तार से बताया, जो किसी तकनीक की परिपक्वता का आकलन करने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण उपकरण है, और इनोवेशन को बढ़ावा देने में स्टार्टअप, सहयोग और साझेदारी के महत्व पर जोर दिया।

अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्माननीय सदस्य और प्राचार्य प्रो. डॉ. पूजा पराशर ने कॉस्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट और आईआईसी को ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने छात्रों को नवाचार अपनाने और कॉस्मेटोलॉजी के क्षेत्र में वास्तविक दुनिया की प्रगति के लिए अपने ज्ञान को लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया।

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।