5 मार्च () डिप्स स्कूल अर्बन एस्टेट के प्रांगण में एक दिवसीय प्री विंग की अध्यापिकाओं की कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डिप्स चेन की बोर्ड एडवाइज़र मोनिका मेहता थी। सेमिनार की शुरूआत मां सरस्वती शारदे को नमन करके की गई।
इस कार्यशाला में डिप्स चेन के सभी स्कूलों के प्री विंग के प्रत्येक शिक्षक ने हिस्सा लिया, जिसका मुख्य मकसद शिक्षा के नए आयामों और चुनौतियों को समझने, तकनीकी और पर्सनल अटैंशन के बीच का भेद समझाने और सबसे महत्वपूर्ण बच्चों को नई शिक्षा विधाओं के साथ-साथ पारंपरिक तकनीकों में सामंजस्य बिठाने के बारे में विस्तार से मंथन किया गया।
शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाते हुए मोनिका मेहता ने कलात्मक और रचनात्मक भरपूर पढ़ाई के विभिन्न ढंगों से अवगत करवाया। उन्होंने जहां नए शैक्षिक सत्र के लिए एकेदमिक सिलेबस को सकारात्मक तकनीकों से सिखाने पर जोर दिया, वहीं ज्ञानवर्धक व दिमाग में जानकारी की तरंगें उठाने वाली गतिविधियों के महत्व को भी समझाया।
उन्होंने अध्यापकों को मनोरंजन तकनीकें सिखाईं, कविताओं और कहानियों के सही उच्चारण का अभ्यास करवाया, तनावमुक्ति के कारगर उपाय सांझे किए । सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने कहा कि एक अध्यापक को गुरू बनने के लिए विद्यार्थियों के स्तर पर आ कर उनकी मुश्किलों को सुगम बनाने की कला आनी चाहिए। प्री विंग की शिक्षा पर ही बच्चों के आने वाले भविष्य की नींव होती है। ऑनलाइन से ऑफलाइन शिक्षा मोड़ में वापिस आने पर बच्चों को आने वाली विभिन्न मुश्किलों से टीचर्स को अवगत करवाया गया और उन्हें हल करने के तरीके बताए गए।