प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान आकाशीय बिजली और सर्पदंश की घटनाओं में 34 लोग मारे गये हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न जनपदों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने इस आपदा में मारे गये लोगों की आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित जिलाधिकारियों को प्राकृतिक आपदाओं में मारे गये लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की राहत राशि तत्काल वितरित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इन घटनाओं में घायल लोगों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिये हैं और यह भी कहा है कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बरदाश्त नहीं होगी. उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ है और उनकी हर सम्भव मदद के लिए तत्पर है.
गौरतलब है कि ऐसा ही एक मामला बिहार के नवादा से सामने आया था. नवादा जिले के काशीचक थाना के धानपुर मुशहरी में आकशीय बिजली गिरने की घटना में आठ बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि आठ अन्य बच्चे घायल हो गए. घायलों को काशीचक के बौरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सदर अस्पताल नवादा में दाखिल कराया गया था. इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही थी. बिजली गिरने की एक अन्य घटना में बोझमा के 60 वर्षीय विष्णुदेव यादव की मौत हो गई.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, धानपुर मुशहरी में बच्चे खेल रहे थे, तभी बारिश होने लगी. बचाव के लिए बच्चे पेड़ के नीचे चले गए. इसाी दौरान वज्रपात की घटना हुई. इस घटना में नीतीश मांझी, रमेश मांझी, छोटू मांझी, गणेश मांझी, छोटू मांझी, मुन्नी लाल मांझी, मोनू और प्रवेश कुमार की मौत हो गई. जबकि गणेश मांझी, कुंदन मांझी, नंदन कुमार, राकेश मांझी, मसुरिया मांझी, नंद मांझी, अंकित मांझी और कुम्हरा मांझी घायल हो गए. घायलों को काशीचक के बौरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सदर अस्पताल नवादा में दाखिल कराया गया है. इनमें से एक गणेश मांझी की हालत गंभीर बताई जा रही है.