अमृतसर : सिक्ख की अग्रणी संस्था चीफ खालसा दीवान की तरफ केंद्र सरकार को सिक्ख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक साहिब जी के प्रकाश पर्व मौके पाक में स्थित गुरू नानक साहिब जी की कर्मभूमि पवित्र स्थान गुरद्वारा श्री करतारपुर कॉरिडोर फिर खोलने की अपील की गई। जारी बयान में प्रधान निर्मल सिंह और आनरेरी सचिव सविंदर सिंह कथूनंगल ने जानकारी सांझी करते कहा कि साल 2019 में श्री गुरु नानक साहिब जी के 550वें प्रकाश पर्व मौके पंथ से बिछड़े गुरूधाम के खुले दर्शन दीदारे की संगतों द्वारा की गई प्रार्थनाओं को स्वीकार किया गया। यह रास्ता दोनों मुल्कों भारत-पाक में अमन-शांती और भाईचारे की शुरूआत के तौर पर माना गया था।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी करके बंद हुआ यह ऐतिहासिक रास्ता हालात सुधरने के बाद अभी भी बंद है, जबकि पाकिस्तान की तरफ से तालाबंदी उपरांत यह रास्ता फिर खोलने की तजवीज रखी जा चुकी है। वर्तमान समय में भारत सरकार की तरफ से प्रत्येक धर्मों की संगतों के लिए पवित्र अस्थानों के दर्शन खोल दिए गए हैं परन्तु गुरद्वारा श्री करतारपुर साहिब जी का रास्ता खोलने का मामला अभी तक लटका पड़ा है। अब श्री गुरु नानक साहिब जी के प्रकाश पर्व मौके नानक नाम लेवा संगतें बेसब्री के साथ गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जी के दर्शन दीदारे इंतजार कर रही है।
इस मौके प्रधान चीफ खालसा दीवान निर्मल सिंह, आनरेरी सचिव सविंदर सिंह कथूनंगल, अजीत सिंह बसरा, मित्र प्रधान डा.इंदरबीर सिंह निज्जर और अमरजीत सिंह बांगा ने भारत सरकार को बिना किसी देरी समूचे सिक्ख कौम की धार्मिक भावनायों का सम्मान करते श्री गुरु नानक साहिब जी के प्रकाश पर्व मौके भारतीय संगतों के लिए रास्ता फिर खोलने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि संगत गुरुपर्व के अवसर पर, जिस पवित्र स्थान पर गुरु नानक साहिब ने अपने जीवन के 17 वर्ष किरत करो, नाम जपो और बांट छको का उपदेश दिया और श्री गुरु अंगद देव जी को सिक्खों के दूसरे गुरू की गुरगद्दी सौंपी, आगे नतमस्तक होकर गुरू घर की खुशियां प्राप्त कर सके।