जालंधर

सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ साउथ कैंपस शाहपुर ने पर्यावरण और कानून के संरक्षण पर एक वर्चुएल इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न नेशनल लॉ स्कूलों के वक्ताओं ने भाग लिया। इसमें लगभग 60 से अधिक प्रतिनिधियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए और पर्यावरण से संबंधित संवेदनशील और ज्वलंतच मुद्दों पर प्रकाश डाला जैसे कि गलोबल वार्मिंग, पारिस्थितिकी और जैव विविधता का संरक्षण, सतत विकास, वन्य जीवन और वन की सुरक्षा एवं परमाणु ऊर्जा तथा पर्यावरण दृष्टिकोण पर बातचीत की।मुख्य वक्ता एस.टी.ई मिनस्टूस ग्रीस की गलोबल एजुकेटर रानिया लैम्पो ने पर्यावरण शिक्षा और स्टेम की गतिविधियों पर कार्यकरती है। उन्होंने यूरोपीय संघ में पर्यावरण कानून के महत्व और पर्यावरण कानून की एतिहासिक पृष्ठभूमि पर जोर दिया और सामुदायिक पर्यावरण नीति के बारे में गहन जानकारी दी।

कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी के कानून विभाग के प्रो.(डॉ) सी.आर ने न्यायपालिका के माध्यम से सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के संबंध में ज्ञान प्रदान किया।कर्नाटक सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईएएस डॉ. कल्पना गोपालन ने आम भारीतयों के लिए कार्यवाई योगय स्थिरता के बारे में विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का सम्मेलन न केवल सभा शोधकर्ताओं छात्रों को एक मंच पर लाता है बल्कि यह देश में शिक्षा की पूरी बिरादरी के बीच अनुसंधान संस्कृति को भी विकसित करता है, जिससे राष्ट्र के विकास में योगदान होता है।सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ की प्रिंसिपल डॉ.युगदीप कौर ने इस सम्मेलन में शामिल होने और इसे सफल बनाने के लिए प्रतिभागियों और मेहमानों का धन्यावाद दिया और कहा कि इस तरह की चार्चएं व्यापक रूप से क्षेत्र के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

 

 

 

 

 

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